ABP CVoter Survey: पाकिस्तान की धरती से चलने वाले आतंकवाद से कैसे निपटा जा सकता है, इसे लेकर जनता ने अपनी राय दी है. पाकिस्तान की आतंक परस्ती का इलाज क्या है? इस सवाल को लेकर सीवोटर ने ABP News के लिए सर्वे किया है.


'देश मूड सर्वे' में पूछे गए इस सवाल पर 35 फीसदी लोगों ने कहा कि सैन्य कार्रवाई के जरिये पाकिस्तान से आतंकवाद के मुद्दे पर निपटा जा सकता है. सबसे ज्यादा 47 फीसदी लोगों ने राय दी कि विश्व मंच पर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की पोल खोलकर उसका इलाज किया जा सकता है. वहीं, 18 फीसदी लोगों ने 'पता नहीं' का जवाब दिया.


पुंछ में सैन्य वाहन पर हमले में पाक कनेक्शन आया था सामने


बता दें कि गुरुवार (21 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक आतंकी हमले के बाद सेना के वाहन में आग लगने से पांच जवान शहीद हो गए थे और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था. शहीद होने वाले जवान राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे और इलाके में आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए तैनात किए गए थे.


इस आतंकी हमले का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया था. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इस हमले की जिम्मदारी ली थी. पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया था. तीन आतंकियों के पाकिस्तान से जुड़े होने का शक जताया गया था.


पाकिस्तान की धरती से कब शुरू हुआ था आतंकवाद?


पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद कब शुरू हुआ, इसे लेकर कोई सटीक आंकड़ा नहीं है लेकिन माना जाता है कि 2000 में पाकिस्तान में इसने पैर पसारना शुरू किया था. पाकिस्तान प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कई आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहा है, ऐसा भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और रूस समेत कई देश मानते हैं.


2 मई 2011 को खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा का प्रमुख और संस्थापक रहा ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से बमुश्किल 50 किलोमीटर दूर ऐब्टाबाद में  मारा गया था. इसके बाद पाकिस्तान की पोल खुल गई थी. लादेन 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले का मास्टरमाइंड माना गया था. अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन के मार दिया था. 


पाकिस्तान की धरती से चल रहे कई आतंकी संगठन


कई बड़े आतंकी संगठन जैसे कि लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-ओमर, जैश-ए-मोहम्मद, हरकतुल मुजाहिद्दीन, सिपाह-ए-सहाबा, हिज्बुल मुजाहिदीन आदि ये सब पाकिस्तान की धरती से अपनी गतिविधियों चलाते हैं. माना जाता है देश के बाहर आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस (ISI) इन आतंकी संगठनों का साथ देती है.  


हाफिज सईद का पाकिस्तानी रिश्तेदार वैश्विक आतंकी हुआ था घोषित


इसी साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के रिश्तेदार अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया था. फिलहाल पाकिस्तान टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) नामक आतंकी संगठन से खुद जूझ रहा है. इस संगठन का अफगानिस्तान के तालिबान से कुछ भी लेना-देना नहीं है लेकिन उसकी विचारधारा से इसकी सोच काफी मेल खाती है. इस आतंकी संगठन के संचालन का गढ़ पूर्वी अफगानिस्तान बताया जाता है लेकिन इसने पाकिस्तान में कई हमलों को अंजाम दिया है.


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