(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
डोनाल्ड ट्रंप ने बगदादी को मारने के लिए US आर्मी के ऑपरेशन में शामिल रहे कुत्ते की तस्वीर साझा की
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुत्ते की तस्वीर साझा करने से पहले कहा था कि बगदादी को मारने के लिए चलाए गए ऑपरेशन में एक कुत्ता घायल हो गया.
वॉशिंगटन: आईएसआईएस का सरगना अबू बकर अल बगदादी शनिवार को 'कुत्ते की मौत' मारा गया. बगदादी को मारने के लिए सीरिया स्थित उसी के ठिकानों पर अमेरिकी सेना ने ऑपरेशन को अंजाम दिया. अब इसी ऑपरेशन में शामिल एक कुत्ते की तस्वीर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीटर पर साझा की है. उन्होंने कुत्ते के नाम का खुलासा नहीं किया और तारीफ में कहा कि बगदादी को मारने में इस कुत्ते ने अच्छा काम किया.
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तरी सीरिया में एक अंधेरी भूमिगत सुरंग में आईएआईएस सरगना बगदादी का पीछा करने वाले अमेरिकी सेना के कुत्तों में से एक कुत्ता घायल हो गया. उन्होंने कहा कि हमले में हमारे 'के9' स्वान दस्ते का एक सुंदर और प्रतिभाशाली कुत्ता घायल हुआ है.
We have declassified a picture of the wonderful dog (name not declassified) that did such a GREAT JOB in capturing and killing the Leader of ISIS, Abu Bakr al-Baghdadi! pic.twitter.com/PDMx9nZWvw
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 28, 2019
बगदादी ने शनिवार शाम सीरिया के इदलिब प्रांत में एक सुरंग में अमेरिका के विशेष बलों के हमले के दौरान खुद को बम से उड़ा लिया था. वह अपने परिवार और कुछ करीबियों के साथ सुरंग में छिपा हुआ था. बगदादी पर ढाई करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम था.
व्हाइट हाउस से इस पूरे अभियान को देखने वाले ट्रंप ने रविवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमारे कुत्तों के पीछा करने पर वह सुरंग के आखिरी छोर पर जाकर घिर गया." ट्रंप ने कहा, "उसने (बगदादी) अपनी जैकेट सुलगाकर तीन बच्चों के साथ खुद को बम से उड़ा लिया." उन्होंने कहा कि हमले के दौरान कोई भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ, न ही किसी कुत्ते की मौत हुई.
ट्रंप ने कहा आईएस का सरगना अपने जीवन के अंतिम क्षणों में रोया, चीखा-चिल्लाया और फिर अपने तीन बच्चों की हत्या कर खुद को बम से उड़ा लिया. उन्होंने कहा, "वह कुत्ते की मौत मरा. वह कायर की मौत मारा गया."
बगदादी इराक में अल-कायदा में शामिल हो गया था, जिसका बाद में इराक के इस्लामिक स्टेट और अन्य इस्लामी समूहों के साथ विलय हो गया. वह अमेरिकी सेना द्वारा अपने पूर्ववर्ती के मारे जाने के बाद 2010 में समूह का नेता बन गया. इसके बाद उसने 2013 में समूह का नाम बदलकर आईएसआईएल या आईएसआईएस किया और 2014 में खुद को उसका खलीफा घोषित कर लिया.