पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मुहम्मद आजम खान का निधन, पहले पड़ा दिल का दौरा, फिर टूट गई सांसें
Khyber Pakhtunkhwa Caretaker Chief Minister Death: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मुहम्मद आजम खान के पेट में गंभीर संक्रमण की वजह से उन्हें दिल का दौरा आया फिर मौत हो गई.
Khyber Pakhtunkhwa Caretaker Chief Minister Muhammad Azam Khan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मुहम्मद आजम खान का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्हें बीते दिन ही खराब स्वास्थ्य की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. खैबर पख्तूनख्वा कार्यवाहक कैबिनेट के सदस्य और आजम खान के परिवार के सदस्य अस्पताल पहुंचे. हालांकि उनके अंतिम संस्कार के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है.
कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवर उल हक काकर ने दिवंगत मुख्यमंत्री को एक ईमानदार और धर्मनिष्ठ व्यक्ति के रूप में याद किया. उन्होंने परिवार को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की.
نگران وزیر اعلی خیبر پختونخواہ اعظم خان کے انتقال کی تکلیف دہ خبر ملی وہ یقینا ایک ایماندار اور نیک انسان تھے۔ اللہ تعالیٰ مرحوم کے درجات بلند فرمائے اور پسماندگان کو صبر جمیل عطا فرمائے ۔ آمین
— Anwaar ul Haq Kakar (@anwaar_kakar) November 11, 2023
मौत की वजह?
पाकिस्तानी पत्रकार इफ्तिकार फिरदौस के मुताबिक, मोहम्मद आजम खान को पेट में गंभीर संक्रमण था. इसके साथ ही उन्हें बीती रात दिल का दौरा भी पड़ा था. इसके बाद उन्हें पेशावर के हयाताबाद मेडिकल कॉम्प्लेक्स में भर्ती कराया गया था. उन्हें आईसीयू में रखा गया था. आज सुबह 10.30 बजे के करीब उनके परिवार और अधिकारियों ने उनके मौत की जानकारी दी.
The Interim Chief Minister of Khyber Pakhtunkhwa, Azam Khan has passed away in a private hospital in Peshawar. He has a severe stomach infection and suffered with a heart attack last night. He died at 10:25 today, family and officials confirmed.
— Iftikhar Firdous (@IftikharFirdous) November 11, 2023
कैसा रहा जिंदगी का सफर?
मुहम्मद आजम खान का जन्म खैबर पख्तूनख्वा के चारसद्दा शहर के एक गांव प्रांग में हुआ था. उन्होंने पेशावर यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की थी. इसके अलावा मोहम्मद आजम खान ने लंदन के लिंकन इन कॉलेज से बार एट लॉ पास किया था. सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद वह जिला प्रबंधन समूह में शामिल हो गए और बाद में मुख्य सचिव खैबर पख्तूनख्वा के पद से रिटायर हुए.
वह 24 अक्टूबर 2007 से 1 अप्रैल 2008 तक प्रांतीय वित्त मंत्री भी रहे. वह सितंबर 1990 से जुलाई 1993 तक इस्लामाबाद में पेट्रोलियम और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के सचिव और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्य सचिव भी रहे है.