Adolf Hitler Treasure: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एडोल्फ हिटलर की नाजी आर्मी ने ना केवल दुनिया के कई शहरों को तबाह किया, बल्कि इस दौरान जमकर लूटपाट भी की थी. नाजी आर्मी का सबसे ज्यादा कहर रूस में देखने को मिला था. यहां उन्होंने रूसी संपत्तियों की जमकर लूटपाट की थी. जिसके बाद उन्होंने लूटे हुए धन को जर्मनी भेजना शुरू किया. सोने से लदा एक ऐसा ही जहाज यात्रा के दौरान वेल्हम गुस्टॉफ बाल्टिक सागर में समा गया. 


बताया जाता है इस जहाज पर रूस के शाही खानदान का एम्बर रूम भी मौजूद था. एक समय था जब एम्बर रूम को दुनिया के 8वें आश्चर्य के रूप में देखा जाता था. एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में जहाज पर मौजूद सोने की कीमत करीब अरबों रुपये में है. 


कीमती एम्बर पत्थर से बना था एम्बर रूम


एम्बर रूम का इतिहास काफी पुराना है. एक समय में एंबर रूम बर्लिन सिटी पैलेस में हुआ करता था. हालांकि, 1776 में प्रशिया के किंग फ्रेडरिक विलियम प्रथम ने रूस को उपहार स्वरूप भेंट कर दिया. एम्बर रूम एम्बर पत्थर और सोने की कारीगरी से बनाया गया था. द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूसी सेनाओं ने इस अपने अधीन कर लिया. उसके बाद से इसका कुछ पता नहीं है. 


कैसे हुआ हिटलर का निधन? 


द्वितीय युद्ध के दौरान एडोल्फ हिटलर पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया था. हालांकि, आजतक कोई जान नहीं पाया है कि आखिर उसकी मौत हुई कैसे. हिटलर की मौत को करीब 80 साल हो गए हैं. 


दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब जर्मनी की करीब-करीब शिकस्त हो चुकी थी तब हिटलर के मौत की खबर लोगों के सामने आई थी. लोग आज भी जानने को उत्सुक रहते हैं कि आखिरकार दुनिया के सबसे बड़े तानशाह की मौत हुई कैसे? 


बताया जाता है कि युद्ध में जर्मनी की हार को देखते हुए हिटलर ने अपनी पत्नी के साथ सुसाइड कर लिया था. मरने से पहले उसने अपने साथियों को निर्देश दिया था कि उसके शव को ईसाई धर्म के मुताबिक दफनाने के बजाय जला दिया जाए.


यह भी पढ़ें- UAE के बाद अब कनाडा ने दिया भारत को झटका, दोनों देशों में रहने वाले भारतीयों की बढ़ी चिंता