Afganisthan News: अफगानिस्तान में अफरा तफरी का माहौल है. इस बीच ताबिलान अपने बयान से पलट गया है. रविवार की सुबह तालिबान ने कहा था कि वो राजधानी काबुल में नहीं घुसेगा लेकिन अब उसने अपने लड़ाकों को काबुल में घुसने का आदेश दे दिया है. हालांकि, तालिबान ने अपने लड़ाकों को कहा है कि वो काबुल में घुसकर किसी तरह की लूटपाट न मचाएं. साथ ही कानून व्यवस्था को न बिगाड़ें.


राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भागे?


इस बीच ये खबर आई कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अपनी कोर टीम के साथ देश छोड़कर तजाकिस्तान चले गए हैं. इस खबर के सामने आने के कुछ ही मिनटों बाद राष्ट्रपति के सलाहकार ने इस दावों को खारिज किया और कहा कि वे अभी देश छोड़कर नहीं गए हैं.


बगराम हवाई ठिकाने पर सुरक्षाबलों ने किया सरेंडर


बगराम हवाई ठिकाने पर तैनात सुरक्षा बलों ने तालिबान के सामने सरेंडर कर दिया. वहां एक जेल में करीब 5,000 कैदी बंद हैं. यह जानकारी एक अफगान अधिकारी ने दी. बगराम के जिला प्रमुख दरवेश रऊफी ने रविवार को कहा कि इस आत्मसमर्पण से एक समय का अमेरिकी ठिकाना तालिबान लड़ाकों के हाथों में चला गया. जेल में तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूह दोनों के लड़ाके थे. यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब तालिबान काबुल के बाहरी इलाके में घुस गया है.


गौरतलब है कि तालिबान ने अपने आक्रमण को तेज करते हुए देश के बड़े हिस्से पर कब्जा जमा लिया और अफगान सुरक्षा बलों को अमेरिकी सेना के हवाई सहयोग के बावजूद खदेड़ दिया है. तालिबान ने कई लोगों को हैरत में डाल दिया है, जिन्होंने सवाल उठाया कि अमेरिका के प्रशिक्षण और अरबों डॉलर खर्च करने के बावजूद सुरक्षाबलों की स्थिति खराब कैसे हो गयी. कुछ दिनों पहले ही अमेरिकी सेना ने अनुमान जताया था कि एक महीने से कम समय में ही राजधानी पर तालिबान का कब्जा हो जाएगा.


तालिबान के कब्जे के बीच काबुल में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारत सरकार ने बनाई आकस्मिक योजनाएं