'मेरी मां-बहन नहीं पढ़ सकतीं हैं तो मैं ऐसी शिक्षा को स्वीकार नहीं करता' और फिर रोने लगे अफगान प्रोफेसर...
Afghanistan Professor: प्रोफेसर छात्राओं के हक में आवाज उठाते हुए कहते हैं, "आज से मुझे इन डिप्लोमा डिग्री की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस देश में शिक्षा के लिए कोई जगह नहीं है."
Afghan Women Protest: अफगानिस्तान में महिला छात्राओं को कॉलेज जाने पर बैन लगाए जाने के बाद विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस बैन का विरोध करते हुए क्लासेज़ का बहिष्कार किया है. वहीं, अफगानिस्तान में यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी छात्राओं के समर्थन में आ गए हैं.
विरोध का नायाब तरीका निकाल रहे छात्र
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स छात्राओं के समर्थन में या तो यूनिवर्सिटी-कॉलेज छोड़कर जा रहे हैं या फिर विरोध का कोई नायाब तरीका निकाल रहे हैं. अफगानिस्तान के टीवी शो में एक प्रोफेसर ने छात्राओं की शिक्षा के लिए अपनी डिग्री दिखाई और फिर उसे फाड़ दिया. अपनी डिग्री फाड़ते हुए प्रोफेसर लाइव प्रोग्राम में रोने लगते हैं. वहीं, कार्यक्रम में प्रोफेसर महलाओं की शिक्षा पर लगे बैन के खिलाफ जोरदार आवाज उठाते हुए दिख रहे हैं.
मैं ऐसी शिक्षा को स्वीकार नहीं करता- प्रोफेसर
अफगानिस्तान रिसेटलमेंट प्रोग्राम की पूर्व पॉलिसी एडवाइजर शबनम नसीमी ने अपने ट्विटर पर टीवी प्रोग्राम का वीडियो शेयर किया है. इसमें प्रोफेसर अपनी आवाज उठाते हुए कह रहे है, "आज से मुझे इन डिप्लोमा डिग्री की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस देश में शिक्षा के लिए कोई जगह नहीं है. अगर मेरी बहन और मेरी मां नहीं पढ़ सकतीं हैं तो मैं इस शिक्षा को स्वीकार नहीं करता." प्रोफेसर ने ये प्रभावशाली वाक्य बोलकर अपनी डिग्री फाड़ दी.
Astonishing scenes as a Kabul university professor destroys his diplomas on live TV in Afghanistan —
— Shabnam Nasimi (@NasimiShabnam) December 27, 2022
“From today I don’t need these diplomas anymore because this country is no place for an education. If my sister & my mother can’t study, then I DON’T accept this education.” pic.twitter.com/cTZrpmAuL6
अफगानिस्तान में तालिबान शासन का कहना है कि यूनिवर्सिटी को छात्राओं के लिए प्रतिबंधित घोषित कर दिया गया है क्योंकि छात्राएं उचित ड्रेस कोड सहित कई निर्देशों का पालन नहीं कर रही थीं. तालिबान के इस फैसले का संयुक्त राष्ट्र से लेकर भारत, पाकिस्तान सहित कई देशों ने कड़ी निंदा की है.
लड़कियों पर प्रतिबंध के बाद प्रोफेसरों ने इस्तीफा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शैक्षिक संस्थानों में छात्राओं को अनुमति नहीं देने के तालिबान के फैसले के विरोध में कई छात्र क्लासरूम से बाहर चले गए. अफगानिस्तान के विश्वविद्यालयों के कई प्रोफेसर भी महिलाओं के समर्थन में क्लास छोड़कर बाहर निकल पड़े. तालिबान के फरमान के बाद यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले लगभग 60 प्रोफेसरों ने अपनी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया. कॉलेजों में कई छात्रों ने अपनी महिला समकक्षों के साथ एकजुटता दिखाई.
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