US Drone Strike में मारी गई 3 साल की अफगान बच्ची के पिता ने कहा- ऊपर वाला इंसाफ करेगा
US Drone Strike: यह ड्रोन स्ट्राइक तब हुई थी जब तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण किया था और उसी समय आईएस के आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट में उड़ा लिया था जिसमें लगभग 150 लोग मारे गए थे
USA Drone Strike: यूएस ड्रोन स्ट्राइक में मारी गई तीन साल की अफगान बच्ची के पिता ऐमल अहमदी ने पेंटागन के किसी भी जिम्मेदार को सजा न दिए जाने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनकी बच्ची के हत्यारों के साथ ऊपर वाला इंसाफ करेगा. गौरतलब है कि अफगानिस्तान में यूएस द्वारा की गई इस ड्रोन स्ट्राइक ऐमल अहमदी की 3 साल की बेटी के अलावा उनके 10 अन्य और संबंधी मारे गए थे. जो उस समय ड्रोन स्ट्राइक के समय एक ही घर में मौजूद थे.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पेंटागन ने सोमवार को कहा था कि अहमदी के परिवार की टोयोटा को गलती से आईएसआईएस (ISIS) के लक्ष्य के रूप में पहचानने को लेकर इस ‘ईमानदार गलती’ में किसी भी अमेरिकी सेवा सदस्य को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस मामले में किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराने के लिए यह एक मजबूत केस नहीं है. अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक उस समय हुई थी जब अगस्त में तालिबान ने अफगानिस्तान में सैन्य सत्ता हस्तांतरण किया था और उस समय आईएस के एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था और उसमें 150 लोग मारे गए थे जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे.
वहीं, पेंटागन ने पीड़ित को मुआवजे का भुगतान करने और परिवार के जीवित सदस्यों को स्थानांतरित करने में मदद करने का वादा किया है, लेकिन अहमदी ने कहा कि उनके परिवार से सीधे अभी तक अमेरिकी सरकार सेना ने कुछ भी नहीं सुना है. अहमदी ने आगे कहा कि उसकी बड़ी बेटी सात साल की अदा अपनी छोटी बहन मलिका को अभी भी याद करती है.
वो बताते हैं कि उनके जेहन में अपनी बेटी की आखिरी याद तब की है जब उसने ड्रोन स्ट्राइक के कुछ दिन पहले उन्हें ‘आई लव यू’ कहा था और उनका पसंदीदा खेल लुका-छिपी था. तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा, "अगर वो (पेंटागन) मानवाधिकारों के लिए कोई भी न्याय और सम्मान रखते हैं और उनके मन में मानवीय गरिमा का जरा भी सम्मान है, तो इस घटना के लिए जिम्मेदार दोषियों को दंडित करना और पीड़ितों को मुआवजा देना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है."