Afghanistan Crisis: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आशंका जताई है कि काबुल एयरपोर्ट पर अगले 24 से 36 घंटे में एक और आतंकी हमला हो सकता है. इस बीच खबर है कि काबुल में 20 से ज्यादा भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. भारतीय लोगों को निकालने के लिए वायुसेना के विशेष विमान का भी अभी संचालन नहीं हो पा रहा है. फिलहाल सुरक्षा को लेकर खतरे के बीच इंडियन एयरफोर्स का विमान काबुल एयरपोर्ट पर नहीं उतारा जा रहा है.
हालांकि सूत्रों के मुताबिक, भारतीयों को निकालने की कोशिश जरूर हो रही है. अमेरिका के साथ को-ऑर्डिनेशन का विकल्प मौजूद है लेकिन अमेरिका की भी प्राथमिकता अपने नागरिकों को निकालने की है. भारतीय नागरिकों को 31 अगस्त तक की समय सीमा बीतने का इंतजार करना पड़ सकता है.
भारतीय वायुसेना का एक विमान दुशांबे में मौजूद है ताकि जैसे ही मौका मिले काबुल से लोगों को दुशांबे लाया जाए और फिर वहां से भारत लाया जा सके. लेकिन ये काम फिलहाल मुश्किलों से घिरा हुआ है क्योंकि 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट के पास दो आतंकी हमले हुए थे. इसके बाद से लगातार आतंकी हमले का खतरा बरकरार है. अमेरिकी की प्राथमिकता वहां से अपने नागरिकों को निकालने पर है, क्योंकि उसके पास 31 अगस्त तक अफगानिस्तान खाली करने की डेडलाइन है.
फिलहाल अमेरिका और तालिबान दोनों इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा भीड़ एयरपोर्ट पर न आए. कई चेक प्वाइंट्स बनाए गए हैं. ऐसे में ये संभावना है कि भारतीयों को निकालने की जो प्रक्रिया चल रही है वो धीमी पड़ सकती है.
गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी कि काबुल हवाईअड्डे पर अगले 24 से 36 घंटों में एक और आतंकवादी हमला होने की अत्यधिक आशंका है. इसके साथ ही अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल हवाईअड्डा क्षेत्र में मौजूद अपने सभी नागरिकों से तत्काल इलाका छोड़ने का अनुरोध किया है. अमेरिका ने क्षेत्र में खतरे की खुफिया जानकारी मिलने पर अपने नागरिकों से यह अनुरोध किया. अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की 31 अगस्त की समयसीमा के मद्देनजर कुछ बचे हुए अमेरिकियों और अफगान नागरिकों को बाहर निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी है.
जो बाइडन ने शनिवार को कहा, ‘‘जमीनी हालात अत्यधिक खतरनाक बने हुए हैं और हवाईअड्डे पर आतंकवादी हमलों का खतरा अधिक है. हमारे कमांडरों ने मुझे सूचित किया कि अगले 26-36 घंटों में हमला होने की प्रबल आशंका है.’’
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