Afghanistan Crisis: कतर के एक शीर्ष राजनयिक ने गुरुवार को कहा कि विशेषज्ञ काबुल हवाई अड्डे को खोलने के लिए प्रयासरत हैं लेकिन चेतावनी दी कि यह स्पष्ट नहीं है कि विमानों की आवाजाही कब शुरू होगी. अफगानिस्तान में कई लोग अब भी देश छोड़ने के लिए व्याकुल हैं. तालिबान ने लोगों की चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया है और वे महिलाओं और लड़कियों को स्कूलों में पढ़ने, साथ ही लोगों की स्वतंत्र आवाजाही जैसे भरोसे दिला रहे हैं. लेकिन काफी लोगों को इस पर संदेह है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने नये शासकों के साथ संपर्क रखने पर जोर दिया है ताकि उनके वादों को परखा जा सके.
पश्चिमी प्रांत हेरात में गवर्नर के कार्यालय के बाहर दर्जनों महिलाओं ने प्रदर्शन कर अपने अधिकारों की रक्षा की मांग की. उन्होंने नारे लगाए और देश के नए नेतृत्व से आग्रह किया कि वे अपनी कैबिनेट में महिलाओं को शामिल करें. देश से बाहर निकलने का बड़ा मार्ग काबुल हवाई अड्डा अब तालिबान के हाथों में है और बंद है. कतर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने आज चेतावनी दी कि अभी स्पष्ट संकेत नहीं है कि यह कब खुलेगा.
कतर और तुर्की से एक तकनीकी टीम बुधवार को काबुल रवाना हुई जो हवाई अड्डे के फिर से संचालन में मदद करेगी. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि देश को मानवीय सहयोग मुहैया कराने के लिए यह आवश्यक है. अल थानी ने दोहा में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हम जल्द से जल्द इसका संचालन कर सकेंगे. हम अब भी लोगों को बाहर निकालने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं... हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं और तालिबान के संपर्क में हैं ताकि हवाई अड्डे के संचालन में खामियों और खतरे को पहचान सकें.’’
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