Kabul Airport Attack: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एयरपोर्ट के पास हुए दो आत्मघाती हमलों में चार अमेरिकी सैनिकों समेत कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग जख्मी हो गए. इस समय एयरपोर्ट की सुरक्षा अमेरिकी सेना के पास ही है. आतंकियों ने हमले को ऐसे समय में अंजाम दिया है जब तालिबान के खौफ से हजारों लोग अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं. इसी वजह से जब हमले हुए तब काफी संख्या में लोग एयरपोर्ट के अंदर और बाहर मौजूद थे. तालिबान ने हमले की निंदा की है.


हवाईअड्डे के बाहर इंतजार कर रहे अफगान नागरिक आदम खान ने कहा कि धमाका हवाईअड्डे में प्रवेश के लिए इंतजार कर रहे लोगों के बीच हुआ. खान ने कहा कि वह धमाके वाली जगह से करीब 30 मीटर दूर था. उसके मुताबिक धमाके में कुछ लोग मृत और घायल नजर आ रहे थे और कुछ लोगों के अंगभंग हो गए थे.


अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि एक धमाका हवाईअड्डे के प्रवेश द्वार के पास हुआ जबकि दूसरा एक होटल से कुछ दूरी पर हुआ.






तालिबान की प्रतिक्रिया


हवाई अड्डे के बाहर हुए हमले के बाद तालिबान ने इसकी निंदा की और कहा कि यह उस इलाके में हुआ जो अमेरिकी सेनाओं के नियंत्रण में है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि उनका संगठन बृहस्पतिवार को हुए हमले की कड़ी निंदा करता है और सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहा है.


अमेरिका के एक अधिकारी का कहना है कि “निश्चित तौर पर माना जा रहा है कि” काबुल हवाई अड्डे के पास हुए हमले के पीछे आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट का हाथ है. इस्लामिक स्टेट समूह तालिबान से अधिक चरमपंथी है और इसने असैन्य नागरिकों पर कई बार हमले किये हैं.


सिलसिलेवार बम धमाकों से दहला काबुल, 4 अमेरिकी सैनिकों की मौत, 60 से ज्यादा घायल, तालिबान ने की निंदा