Afghanistan Bamyan Farmers: अफगानिस्तान में सूखे के कारण किसान चारे की कमी की शिकायत कर रहे हैं. इस वजह से वहां के लोगों को जानवरों को चारा खिलाना बहुत मुश्किल हो गया है.
टोलो न्यूज ने अनुसार, अफगानिस्तान में पशुधन किसानों ने रविवार (16 जुलाई) को कहा कि अफगानिस्तान के बामियान प्रांत में सूखा पड़ने के कारण जानवरों का चारा कम हो गया है. चारे की कमी के कारण जानवरों को खिलाना बहुत मुश्किल हो गया है.
पशुपालकों का आय में कमी
जानवरों के सामने रोजाना आने वाली चुनौतियों पर दुख जताते हुए पशुपालकों ने कहा, "चारे की कमी ही एकमात्र समस्या नहीं है, बल्कि पशुओं में होने वाली विभिन्न प्रकार की बामारियों के कारण भी पशुधन पालन पर बुरा प्रभाव पड़ा है, जिससे उनकी आय बहुत कम हो गई है."
लोगों बेचने पड़ रहे है अपने पशु
बामियान के पशुपालकों ने दावा किया है कि पशुधन पालन ही उनकी आजीविका का साधन था, लेकिन अब चारे की कमी के कारण उनके लिए पशुओं को पालना संभव नहीं रहा है. पशुपालक मोहम्मद अलीम के अनुसार सूखे और लगातार पैदा होने वाले कीटों ने लोगों के सामने चुनौतियां खड़ी कर दी है, जिससे हर साल पशुओं का संख्या कम होती जा रही है.
एक अन्य पशुपालक मोहम्मद बाकिर ने कहा, 80 फीसदी लोगों ने बीमारी और सूखे के कारण अपने पशुओं को बेच दिया, क्योंकि चारे की कमी के कारण उनके प्रांत में स्थिति खराब हो गई है.
बामयान के पशुपालकों का क्या कहना है
टोलो न्यूज के अनुसार बामयान के पशुपालकों में से एक मोहम्मद काज़म नाम के व्यक्ति ने दावा किया है कि जहां वह एक समय करीब 60 भेड़े पालते थे, वहीं अब वह केवल 10 भेड़ो के ही चारे का प्रबंध कर पा रहे है. मोहम्मद काज़म ने कहा, "सूखे ने मुझे इतना प्रभावित किया है कि मैं एक समय 50 या 60 भेडें पाल रहा था और ये मेरे लिए बहुत आसान था. अब मैं सूखे के कारण केवल 10 भेड़ें पाल रहा हुं और हमारे बच्चे उनकी देखभाल कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, "सूखा पड़ने के कारण मैं भेड़ों को पानी पिलाने पर मजबूर हो गया हुं. मानवाधिकार संगठन ने अफगान में रह रहे गरीब लोगों की हालात को देखते हुए उनके परिवारों को बुनियादी सुविधाएं देने लिए राहत और जरुरी सेवाएं प्रदान की है.
अफगानिस्तान में लोगों की स्थिति बदहाल
बता दें कि समय के साथ साथ अफगानिस्तान में लोगों की स्थिति बदहाल होती जा रही है. लोगों को भोजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है और रहने के लिए भी काफी दिक्कतों और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति और भी खराब हो गई है.
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