Taliban Flag On Afghanistan Embassy: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद (Islamabad) में स्थित अफगान दूतावास ने आधिकारिक तौर पर तालिबान (Taliban) का झंडा फहराया है. अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान (Afghanistan) को अपने कब्जे में लिया था. तालिबान के द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान में कट्टरपंथी संगठन फिर से सत्ता में आ गया था. तब से इस देश में अशांति फैली हुई है.
तालिबान में कब्जे के बाद कई देशों ने अफगानिस्तान में अपनी एंबेसी भी बंद कर दी थी. हालांकि पाकिस्तान कहीं न कहीं तालिबान का समर्थक रहा है. दरअसल, 14 अप्रैल, 2021 को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की थी कि अफगानिस्तान में शेष बाकी 2,500-3,500 अमेरिकी सैनिकों को 11 सितंबर तक वापस बुला लिया जाएगा. जिसके बाद तालिबान ने देश के अधिकांश प्रमुख शहरों पर कब्जा करना शुरू कर दिया था.
तालिबान ने अफगानिस्तान पर किया था कब्जा
अगस्त 2021 में राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद तालिबान ने काबुल पर भी कब्जा कर लिया था. पहले से ही कमजोर अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था रातोंरात ध्वस्त हो गई थी. तालिबान पर कब्जे के बाद हजारों नागरिक देश छोड़कर भागने लगे थे. तब इस्लामिक स्टेट समूह के आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों ने काबुल के हवाई अड्डे पर जमा भीड़ पर हमला कर दिया था जिसमें 170 से अधिक लोग मारे गए थे. देश में खाने की कमी हो गई थी, दवाईयां नहीं थी, स्कूल भी बंद कर दिए गए थे.
कई देशों ने भेजी मदद
तालिबानी नेताओं ने शुरू में संकेत दिए थे कि वे सत्ता में अपने पिछले समय की तुलना में अधिक उदार होंगे, लेकिन तालिबान ने महिलाओं के अधिकारों को कुचलने, प्रेस पर अधिक नियंत्रण लागू करने के जैसे फैसले लिए हैं. भारत (India) सहित कई देशों ने अफगानिस्तान (Afghanistan) को मदद भेजी तब जाकर देश में हालात थोड़े ठीक होने लगे हैं. हालांकि किसी भी देश ने अभी तक तालिबानी शासन को मान्यता नहीं दी है.
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