जर्मनी में डिलीवरी मैन का काम करने पर बोले अफगानिस्तान के पूर्व मंत्री- 'Work Is Work'
Afghanistan News: सैयद सादात पिज्जा या अन्य ऑर्डर डिलीवर करते हैं. उन्होंने बताया कि नौकरी में कोई शर्म नहीं है. काम काम होता है. अगर नौकरी है तो इसका मतलब है कि जनता की मांग है, किसी को करना है.
Afghanistan News: अफगानिस्तान में मौजूदा वक्त में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. वहीं अफगानिस्तान में कभी मंत्री संभालने वाले सैयद सादात जर्मनी में डिलीवरी मैन का काम कर रहे हैं. हालांकि सैयद सादात का कहना है कि काम काम होता है. कभी अफगानिस्तान में मंत्री पद संभालने वाले सैयद सादात ने भ्रष्टाचार से तंग आकर पद छोड़ दिया था. अब जर्मनी में सैयद सादात साइकिल से फूड डिलीवरी कर अपना गुजारा कर रहे हैं.
सैयद सादात सप्ताह के पांच दिनों में छह घंटे और शनिवार-रविवार को दोपहर से रात 10 बजे तक नारंगी कोट और बड़े चौकोर बैग में पिज्जा या अन्य ऑर्डर ग्राहकों को डिलीवर करते हैं. अपने काम को लेकर उन्होंने बताया, 'नौकरी में कोई शर्म नहीं है. काम काम होता है. अगर नौकरी है तो इसका मतलब है कि जनता की मांग है, किसी को करना है.' बता दें कि सादात उन हजारों अफगानों में से एक हैं जिन्हें पिछले सालों में जर्मनी में अपना घर मिला है.
भ्रष्टाचार से आ चुके थे तंग
सैयद साल 2016 से 2018 तक अफगानिस्तान में संचार मंत्री थे. हालांकि 50 वर्षीय सैयद का कहना है कि उन्होंने अपना पद इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह सरकार में भ्रष्टाचार से तंग आ चुके थे. उन्होंने कहा, 'मंत्री के रूप में काम करते समय राष्ट्रपति के करीबी लोगों के और मेरे बीच अंतर था. उनकी मांगें निजी लाभ के लिए थीं, मैं चाहता था कि सरकारी परियोजनाओं के लिए पैसा ठीक से लागू हो.'
सैयद ने कहा, 'मैं उनकी मांगों को पूरा नहीं कर सका और फिर उन्होंने मुझ पर जोर देने की कोशिश की, राष्ट्रपति की तरफ से मुझ पर दबाव डाला गया. हालांकि 2020 तक सुरक्षा की स्थिति खराब हो गई थी, इसलिए मैंने जाने का फैसला किया.'
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