Afghanistan News: अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां से उसके आतंक की तस्वीर लगातार सामने आ रही है. ताजा मामला जलालाबाद (Jalalabad) का है, जहां पर तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था, लोग अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी बीच तालिबानियों ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी.


इस तस्वीर से साफ है कि अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ विद्रोह की आहट है, उसकी राह आसान नहीं है. पहले उपराष्ट्रपति अमिरूल्लाह सालेह ने तालिबान को चुनौती दी, अब जनता भी खुलकर उसके सामने आ गई है. अफगानिस्तान में चार करोड़ की आबादी है. वहीं तालिबानियों की संख्या 75 हजार के करीब है. ऐसे में अगर देश की जनता ठाने ले तो किसी भी संगठन के लिए राह आसान नहीं होगी.


हिंसक कार्रवाई में एक की मौत, छह घायल


पूर्वी शहर जलालाबाद में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर तालिबान की हिंसक कार्रवाई में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए. अफगानिस्तान के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी. दर्जनों लोगों ने बुधवार को अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराया और तालिबान का झंडा उतार दिया। इसके बाद तालिबान ने गोलियां चलाईं और लोगों के साथ मारपीट की. स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर यह जानकारी दी, क्योंकि वह मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं हैं.


मौजूदा स्थिति पर पूर्व राजनयिक विवेक काटजू ने कहा कि अभी ये प्रारंभिक स्थिति है. ऐसे में कोई फैसला करना जरा मुश्किल है. हालांकि, अभी जो तस्वीरे सामने आई हैं उससे लगता है कि जलालाबाद में प्रदर्शन हुआ है और अब अफगानिस्तान का जो ध्वज उठाया गया है उससे ये मामलू होता है कि लोगों को उससे लगाव है. लोगों इस बात को दर्शाया है कि तालिबान का जो झंडा है उसे वो आसानी ने नहीं उठाएंगे. इसके साथ ही विवेक काटजू ने कहा कि ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि अभी जो प्रदर्शन जलालाबाद में हुए हैं, क्या वो मुल्क के दूसरे इलाकों तक पहुंच पाता है. क्या ये ग्रामीण इलाकों में पहुंचता है.


पूर्व राजनयिक ने कहा, “अभी तक तालिबान ने काबुल में केंद्रीय हुकूमत का एलान नहीं किया है. आज ही तस्वीरें सामने आ रही हैं कि ताबिलान के एक गुट ने पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और अब्लुलला अब्दुल्ला से मुलाकात की. रूस, अमेरिका और चीन जैसी महाशक्तियां भी तालिबान से वार्ता कर रही हैं. इस वक्त ये कहना है कि सरकार की शक्ल क्या होगी, मुश्किल है. हां ये जरूर है कि तालिबान की एक मानसिकता है जिसे वो आसानी ने नहीं छोड़ेंगे.”


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