Afghanistan News Live: व्हाइट हाउस ने कहा- काबुल का हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए खुला है

Taliban Afghanistan News Live: दो दशक तक चले युद्ध के बाद अमेरिका के सैनिकों की वापसी से 2 सप्ताह पहले तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. पल पल की अपडेट के लिए एबीपी न्यूज़ पर आपका स्वागत है.

एबीपी न्यूज़ वेब डेस्क Last Updated: 17 Aug 2021 08:28 PM
इमरान खान ने अफगान नेताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को पूर्व उप राष्ट्रपति मुहम्मद यूनुस कानूनी के नेतृत्व वाले एक अफगान प्रतिनिधिमंडल से कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है. अफगानिस्तान से नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल तालिबान आतंकवादियों द्वारा देश पर कब्जे के बीच रविवार को यहां बातचीत के लिए पहुंचा. इमरान खान के ऑफिस ने एक बयान में कहा कि उन्होंने यह रेखांकित किया कि पाकिस्तान से ज्यादा कोई अन्य देश अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता का इच्छुक नहीं है.

अफगानिस्तान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का पीएम मोदी ने दिया निर्देश

अफगानिस्तान की स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक. उन्होंने वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने और भारत से मदद की उम्मीद कर रहे अफगान नागरिकों को हरसंभव मदद देने के साथ ही वहां के इच्छुक अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं को शरण देने का अधिकारियों को निर्देश दिया.

काबुल से लोगों को निेकालने के मुद्दे पर तालिबान के संपर्क में है अमेरिका

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिकी नागरिकों और अफगान सहयोगियों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने के कार्य में समन्वय के लिए काबुल हवाईअड्डे पर मौजूद अमेरिकी सैन्य कमांडर तालिबान नेताओं के संपर्क में हैं. पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि लोगों को बाहर निकालने के क्रम में तालिबान नेताओं के साथ आवश्यक बातचीत जारी रहेगी.

हम अपनी धऱती का इस्तेमाल किसी के खिलाफ नहीं होने देंगे- तालिबान

तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने पड़ोसियों और क्षेत्रीय देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम अपने क्षेत्र का इस्तेमाल दुनिया के किसी भी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे. वैश्विक समुदाय को निश्चिंत होना चाहिए, हम प्रतिबद्ध हैं कि आपको हमारी धरती से किसी भी तरह से नुकसान नहीं होगा.

महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा- तालिबान

अफगानिस्तान के टोलो न्यूज़ के मुताबिक, जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि तालिबान महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में जहां जरूरत हो वहां काम कर सकती हैं. महिलाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा.





तालिबान के प्रवक्ता का बयान

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान की तरफ से पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है. हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे फोर्स सभी दूतावासों, मिशनों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां मौजूद हैं.

हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुला है- व्हाइट हाउस

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि काबुल में हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुला है. विमान लैंड और टेक ऑफ करने में समर्थ हैं. आज सुबह के मुताबिक, 3500 सैनिक एयरपोर्ट पर मौजूद हैं.





अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित किया

अफगानिस्तान के पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का केयर टेकर राष्ट्रपति घोषित किया.





ब्रिटेन अफगानिस्तान में मानवीय सहायता में करीब दस फीसदी की बढ़ोतरी करेगा

ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा कि सरकार की अफगानिस्तान में मानवीय सहायता शायद दस फीसदी तक बढ़ाने की योजना है. राब ने कहा कि अफगानिस्तान में विकास और मानवीय उद्देश्यों के लिए सहायता बजट को फिर से तय किया जाएगा और तालिबान को सुरक्षा के लिए पहले से निर्धारित धनराशि नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हम आम अफगानों को मानवीय राहत प्रदान करने पर कोई शर्त रखेंगे.’’ उन्होंने कहा कि सहायता तालिबान द्वारा शासन जैसे कुछ मानदंडों को पूरा करने पर आधारित नहीं होगी.

'आज रात हम लोग चैन से सोएंगे'

अफगानिस्तान में आईटीबीपी ट्रूप्स के कमांडिंग ऑफिसर रवि कांत गौतम, “अफगानिस्तान में स्थिति खराब है लेकिन हम अपने लोगों को सफलतापूर्वक निकालने में कामयाब रहे, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है. हमारे सैनिक 3-4 दिन से नहीं सोए हैं. हम आज रात आराम से सोएंगे.”

काबुल से भारत पहुंचे लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय' के नारे

काबुल से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचे लोगों ने ‘भारत मात की जय’ के नारे लगाए. इन लोगों को C-17 ग्लोबमास्टर विमान के जरिए काबुल से भारत लाया गया.





प्रधानमंत्री ने बुलाई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई है. बैठक में अफगनिस्तान के ताज़ा हालत पर चर्चा की जा रही है. पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैठक में शामिल हैं.

फ्रांस ने दर्जनों लोगों को काबुल से एक सैन्य विमान से वापस लाया

फ्रांस ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जा कर लेने के बाद दर्जनों लोगों को काबुल से एक सैन्य विमान से लाया है. मंगलवार तड़के उड़ान लोगों को लेकर अबू धाबी में एक सैन्य एयरबेस पर पहुंचा और कई यात्रियों को वहां से फ्रांस भेज दिया गया. हालांकि, फ्रांसीसी सेना ने यह नहीं बताया है कि इस उड़ान से लाये गये दर्जनों लोगों में अफगान या अन्य नागरिक शामिल हैं. बता दें कि फ्रांस ने 2014 में अफगानिस्तान से अपने आखिरी सैनिक को भी वापस बुलाया था और वह कभी फ्रांसीसी सैनिकों की मदद करने वाले 1000 से अधिक अफगान को पहले ही निकाल कर ला चुका है.

नाटो प्रमुख ने अफगान नेतृत्व को ठहराया जिम्मेदार

नाटो प्रमुख ने देश की सेना के ध्वस्त होने के लिए अफगान नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सहयोगियों को इससे अवश्य सबक सीखना चाहिए.

काबुल से सभी दूतावास कर्मचारी भारत लौटे- विदेश मंत्रालय

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दूतावास कर्मियों को काबुल से भारत वापस लाने का कार्य पूरा हो गया है. मंत्रालय ने कहा कि इस काम को दो फेज में पूरा किया गया. साथ ही कहा कि अफगान के लोगों के लिए हमारा वीजा सर्विस ई-इमरजेंसी वीजा सेवा के जरिए जारी रहेगा. हमें पहले ही अफगान सिख और हिंदू समुदाय के नेताओं से अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं, और हम उनके संपर्क में हैं. भारत सरकार सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है और काबुल हवाई अड्डा जब कॉमर्शियल ऑपरेशन के लिए खुलेगा तब उड़ान की व्यवस्था शुरू करेगी.

भारत ने जारी किया नया हेल्पलाइन नंबर

काबुल में फंसे लोगों के लिए भारत ने नया हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.





काबुल में भारतीय दूतावास बंद नहीं- सरकारी सूत्र

अफगानिस्तान के काबुल में भारतीय दूतावास बंद नहीं है, स्थानीय कर्मचारी कांसुलर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. भारत लौटने के लिए 1650 से अधिक लोगों ने आवेदन किया है. सरकारी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी.

तालिबान को वादों का सम्मान करने की जरूरत- संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र (UN) ने तालिबान से अफगानिस्तान की पिछली सरकार के कर्मियों को क्षमादान देने, महिलाओं के लिए समावेशी रूख प्रदर्शित करने और लड़कियों को स्कूलों में बने रहने देने के संकल्प समेत अपने वादों को पूरा करने की अपील की है. सयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविल्ले ने मंगलवार को कहा, ‘‘ तालिबान ने कई ऐसे बयान दिये हैं जो जमीनी स्तर पर आश्वस्तकारी हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन उनकी करनी उनकी कथनी से अधिक बयां करती हैं, और अभी यह जल्दबाजी है-- यह नाजुक घड़ी है.’’ उन्होंने कहा कि तालिबान के वादों का ‘‘सम्मान करने की जरूरत है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ समझने की बात है कि उसके अतीत के लिहाज से उसकी घोषणाओं को संदेह की नजर से देखा गया है.’’ कोलविल्ले ने कहा, ‘‘ वादे तो किये गये हैं, अब उन्हें पूरा किया जाता है या उन्हें तोड़ दिया जाता है, उसपर कड़ी नजर रहेगी.’’

जर्मनी ने किया ये बड़ा फैसला

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जर्मनी ने बड़ा फैसला लिया है. उसने विकास कार्यों के लिए अफगानिस्तान को दी जाने वाली मदद को रोक दिया है. न्यूज़ एजेंसी एएफपी ने इस बात की जानकारी दी.

तालिबान वर्चस्व वाली सरकार में गैर तालिबानियों को शामिल करने पर चर्चा

भावी अफगान सरकार को केवल तालिबान सदस्यों तक सीमित न रखकर उसका विस्तार करने पर काबुल में वार्ता चल रही है. इस वार्ता से संबद्ध अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे एक दो दिन में कुछ अच्छा समाचार आने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने अपनी पहचान उजागर नही करने की शर्त पर यह जानकारी दी क्योंकि तब तक कोई भी नहीं चाहता है कि इस वार्ता का ब्यौरा मीडिया को जारी किया जाए.

जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री ने की अफगानिस्तान के हालात पर बातचीत

विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने काबुल पर तालिबान का फिर से कब्जा होने के बाद अफगानिस्तान में हालात को लेकर सोमवार को फोन पर बातचीत की. इस दौरान जयशंकर ने काबुल में हवाईअड्डा संचालन बहाल किए जाने की अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया.

तालिबान ने महिलाओं से सरकार में शामिल होने का आह्वान किया

तालिबान ने मंगलवार को पूरे अफानिस्तान में ‘आम माफी’ की घोषणा की और महिलाओं से उसकी सरकार में शामिल होने का आह्वान किया. इसके साथ ही तालिबान ने काबुल में उत्पन्न संशय की स्थिति को शांत करने की कोशिश है जहां एक दिन पहले उसके शासन से बचने के लिए भागने की कोशिश कर रहे लोगों की वजह से हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला था.

तालिबान ने अफगान सरकार के कर्मचारियों से काम पर लौटने का आग्रह किया

तालिबान ने अफगान सरकार के कर्मचारियों से राजधानी में सामान्य स्थिति वापस लाने के प्रयास में काम पर लौटने का आग्रह किया है. रिपोर्ट के अनुसार, सामान्य माफी की घोषणा करते हुए, तालिबान ने सभी से अपने सामान्य जीवन को विश्वास के साथ फिर से शुरू करने का आग्रह किया.

अफगानिस्तान में पत्रकारों की सुरक्षा की मांग

अफगानिस्तान में तालिबान के तेजी से सत्ता पर कब्जा जमाने के कारण समाचार संगठन इस घटना को कवर करने के साथ ही अपने पत्रकारों और परिवारों की रक्षा करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही पिछले दो दशकों में उनके साथ काम करने वाले लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.

तालिबान ने ‘आम माफी’ की घोषणा की, महिलाओं से सरकार में शामिल होने का आह्वान

तालिबान ने पूरे अफानिस्तान में ‘आम माफी’ की घोषणा की और महिलाओं से उसकी सरकार में शामिल होने का आह्वान किया. इसके साथ ही तालिबान ने काबुल में उत्पन्न संशय की स्थिति को शांत करने की कोशिश है जहां एक दिन पहले उसके शासन से बचने के लिए भागने की कोशिश कर रहे लोगों की वजह से हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला था.

भारत को अफगानिस्तान में सरकार बनने का इंतजार- सूत्र

अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद भारत की भूमिका क्या होगा, इस पर अभी भारत सरकार के रूख का इंतजार है. भारत सरकार के सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि अभी अफगानिस्तान में सरकार बनने का इंतजार किया जा रहा है. जिस तरह की सरकार बनेगी, उसी आधार पर भारत आगे अपना रुख तय करेगा.

भारतीय वायु सेना का C-17 विमान गुजरात के जामनगर में उतरा

भारतीय अधिकारियों को लेकर काबुल से उड़ान भरने वाला भारतीय वायु सेना का C-17 विमान गुजरात के जामनगर में उतर गया है.


तालिबानी नेता के वार्ता के लिए काबुल में मौजूद होने की सूचना
 

तालिबान के वरिष्ठ नेता आमिर खान मुत्ताकी को राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मौजूद बताया जा रहा है. राजनीतिक नेतृत्व में कभी देश की वार्ता परिषद की अध्यक्षता करने वाले अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई शामिल हैं. वार्ता की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर यह बताया. तालिबान के अंतिम शासन के समय मुत्ताकी उच्च शिक्षा मंत्री था और उसने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के इस सप्ताहांत चुपचाप राष्ट्रपति आवास छोड़ने से पहले ही अफगानिस्तान के राजनीतिक नेताओं से संपर्क बनाना शुरू कर दिया था.

एक और विमान को ज़रूरत पड़ने पर काबुल भेजा जाएगा- सूत्र

उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक़, जितने भारतीय काबुल एयरपोर्ट पर थे, सभी को लेकर ग्लोबमास्टर ने उड़ान भरी है. राजनयिकों के अलावा कम से कम 30 अन्य भारतीय नागरिक भी एयर फ़ोर्स के विमान से भारत लाए जा रहे हैं. ऐसे एक और विमान को ज़रूरत पड़ने पर काबुल भेजा जाएगा. सभी भारतीय नागरिकों के सम्पर्क कर लिया गया है या किया जा रहा है. कुछ भारतीय नागरिक अभी काबुल के बाहर फ़ंसे हुए हैं, उन्हें सुरक्षित जगह पर शरण लेने और अपने आप को सुरक्षित रखते हुए काबुल एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कहा गया है.

अराजकता के बीच काबुल में दुकानों पर लगे ताले, बाजार व स्कूल भी बंद

काबुल में अराजकता की स्थिति के बीच दुकानों को बंद कर दिया गया और बाजार व स्कूल बंद रहे. तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी को अपने कब्जे में ले लिया, जिससे पूरे शहर में व्यापक अराजकता फैल गई है. तालिबान ने आश्वासन दिया है कि काबुल में सभी राजनयिक मिशनों और विदेशी नागरिकों को कोई खतरा नहीं होगा. समूह के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि वे अफगानिस्तान की राजधानी में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

'काबुल के शहर-ए-नव पार्क में शरण ली हुई सैकड़ों महिलाएं लापता'

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के शहर-ए-नव पार्क में अफगान सैनिकों और तालिबान आतंकवादियों के बीच युद्ध से बचने के लिए अपने गांव छोड़कर भाग गई सैकड़ों महिलाएं लापता हो गई हैं. इसका नावेद (बदला हुआ) ने दावा किया है, जो एक अफगान नागरिक हैं और दिल्ली में रहते हैं.

अफगान नागरिकों को तालिबान के बीच अकेला नहीं छोड़ेंगे- मैक्रों
 

फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों ने वादा किया कि फ्रांस उन अफगान नागरिकों को तालिबान के बीच अकेला नहीं छोड़ेगा, जिन्होंने उसके लिये काम किया है. इन लोगों में अनुवादक, रसोई कर्मचारी, कलाकार, कार्यकर्ता और अन्य शामिल हैं. मैक्रों ने कहा कि उन लोगों की रक्षा करना जरूरी है, जिन्होंने वर्षों तक फ्रांस की मदद की है. उन्होंने कहा कि दो सैन्य विमान अगले कुछ घंटों में विशेष बलों के साथ काबुल पहुंचेगे. फ्रांस पहले ही लगभग 1,400 अफगान कर्मचारियों और उनके परिवारों को बाहर निकाल चुका है. फ्रांस ने दिसंबर 2014 तक अपने सभी सैनिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल लिया था, लेकिन वह वहां नागरिक समाज संस्थाओं के साथ अब भी काम कर रहा था.

यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं- संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के राजदूत
 

संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के राजदूत ने कहा है कि अब आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं रह गया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) और वैश्विक संस्था (संयुक्त राष्ट्र) के महासचिव से अनुरोध किया कि वे युद्ध से जर्जर देश में हिंसा और मानवाधिकारों का हनन रोकने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी साधनों का फौरन उपयोग करें. उन्होंने अनुरोध किया कि ‘अफगानिस्तान को गृह युद्ध की स्थिति में जाने और बिना मान्यता प्राप्त राष्ट्र बनने से रोकने के लिए कदम उठाये जाए.’’

जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री ने की अफगानिस्तान को लेकर बातचीत

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों को लेकर बातचीत की. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि दोनों शीर्ष राजनयिकों ने अफगानिस्तान संबंधी हालात पर चर्चा की. इसके कुछ ही देर बार जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘(अमेरिका के विदेश मंत्री) ब्लिंकन के साथ अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों पर चर्चा की. हमने काबुल में हवाईअड्डा संचालन बहाल करने की अत्यधिक आवश्यकता पर बल दिया. हम इस संबंध में अमेरिकी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं.’’

अफगान नागरिकों के लिए ई-आपातकालीन और ‘अन्य’ वीजा की नई श्रेणी की घोषणा

भारत के गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा की है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि भारत में प्रवेश के लिए फास्ट-ट्रैक वीज़ा आवेदनों के लिए ‘ई-आपातकालीन एक्स-विविध वीज़ा’ नामक इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा की एक नई श्रेणी शुरू की गई है.

अफ़ग़ानिस्तान की मौज़ूदा स्थिति भारत के लिए चिंता का विषय

अफ़गानिस्तान पर UNSC की आपातकालीन बैठक के दौरान भारत के राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की मौज़ूदा स्थिति भारत के लिए चिंता का विषय है. अफ़ग़ानिस्तान में पुरुष, महिलाएं और बच्चे डर के साए में जी रहे हैं. वे सभी लोग अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित है.

सी-17 विमान ने काबुल से 120 से अधिक भारतीय अधिकारियों के साथ उड़ान भरी

भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान ने काबुल से 120 से अधिक भारतीय अधिकारियों के साथ उड़ान भरी है। कर्मचारियों को कल देर शाम हवाई अड्डे के सुरक्षित इलाकों में सुरक्षित पहुंचा दिया गया था. सूत्रों ने बताया है कि अफगानिस्तान में कई भारतीय जो भारत वापस लौटना चाहते हैं वे सुरक्षित क्षेत्र में हैं और उन्हें एक या दो दिन में सुरक्षित भारत वापस लाया जाएगा.

अफगानिस्तान में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बीच आज ​​सुबह 6.08 बजे अफगानिस्तान के फैजाबाद के 83 किमी दक्षिण में रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप विज्ञान राष्ट्रीय केंद्र ने यह जानकारी दी है. हालांकि अभी तक किसी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है.

अफगान नागरिकों को वीजा जारी करेगा भारत

अधिकारियों ने कहा कि भारत उन सभी अफगान नागरिकों को वीजा जारी करेगा जो विभिन्न विकास परियोजनाओं और गतिविधियों में सहयोग रहे थे.अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम अफगान सिख और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क में हैं. हम उन लोगों की भारत वापसी के लिए सुविधा मुहैया कराएंगे जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं." उन्होंने कहा कि कई ऐसे अफगान भी हैं जो पारस्परिक विकास, शैक्षिक और लोगों से लोगों के बीच के संपर्क के प्रयासों को बढ़ावा देने में भारत के सहयोगी रहे हैं और भारत उनके साथ खड़ा रहेगा.

भारत का सी-17 विमान काबुल एयरपोर्ट से रवाना

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से भारत का सी-17 विमान रवाना हो गया है. बताया जा रहा है कि इस विमान में वरिष्ठ अधिकारियों समेत करीब 130 भारतीय मौजूद हैं. हालांकि अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास अभी बंद नहीं किया गया है. भारतीय दूतावास में मौजूद राजनयिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के सशस्त्र बलों की टुकड़ी को सौंपी गई है और वे जब तक जरुरत होगी वहीं मौजूद रहेंगे.

भारतीयों को एक या दो दिन में सुरक्षित वापस लाया जाएगा- सूत्र

अफगानिस्तान में कई भारतीय जो भारत वापस लौटना चाहते हैं वे सुरक्षित क्षेत्र में हैं और उन्हें एक या दो दिन में सुरक्षित भारत वापस लाया जाएगा. भारतीय वायु सेना के सी-17 ग्लोबमास्टर परिवहन विमान को पिछले दो दिनों से तैयार रखा गया है. अधिकारियों ने कहा कि काबुल में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारतीय दूतावास और अन्य स्थानों से भारतीयों लोगों को हवाईअड्डे पर लाने को लेकर भी सुरक्षा चिंताएं हैं- सूत्र

राजनयिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के सशस्त्र बलों की टुकड़ी को सौंपी

काबुल स्थित भारतीय दूतावास में मौजूद राजनयिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के सशस्त्र बलों की टुकड़ी को सौंपी गई है और वे जब तक जरुरत होगी वहीं मौजूद रहेंगे. इससे पहले एअर इंडिया ने सोमवार को पूर्वनिर्धारित अपनी दिल्ली-काबुल-दिल्ली उड़ान को रद्द कर दिया. इसके साथ ही कंपनी पश्चिमी देशों से भारत आने वाले विमानों का परिचालन अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र से करने से बच रही है. एअर इंडिया ने यह कदम काबुल हवाई अड्डे के अधिकारियों द्वारा ‘अनियंत्रित’ स्थिति घोषित किए जाने के बाद उठाया.

अफगानिस्तान में फंसे हैं लगभग 200 भारतीय

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां तेजी से बिगड़ते हालात के मद्देनजर सरकार की प्राथमिकता अफगानिस्तान में फंसे लगभग 200 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाना है. इनमें भारतीय दूतावास के कर्मी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान काबुल में सुरक्षा स्थिति काफी खराब हो गयी है. मंत्रालय ने कहा, "काबुल हवाई अड्डे पर वाणिज्यिक परिचालन को आज निलंबित कर दिया गया. इससे लोगों की वापसी के हमारे प्रयासों पर रोक लग गयी. हम प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के लिए उड़ानों के पुन: शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं."

सिखों और हिंदुओं को आने के लिए सुविधाएं मुहैया कराएगी सरकार

भारत ने कहा कि वह अफगानिस्तान में अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगा. इसके साथ ही भारत ने यह भी कहा कि वह युद्धग्रस्त देश छोड़ने की इच्छा रखने वाले सिखों और हिंदुओं को आने के लिए सुविधाएं मुहैया कराएगा. इस बीच काबुल पर तालिबान का नियंत्रण स्थापित हो जाने के बाद अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर अस्थिरता के बादल मंडरा रहे हैं और काबुल हवाई अड्डे पर से सभी वाणिज्यिक उड़ानों के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है.

बैकग्राउंड

Taliban Afghanistan News Live: दो दशक तक चले युद्ध के बाद अमेरिका के सैनिकों की पूर्ण वापसी से दो सप्ताह पहले तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. अमेरिका और इसके सहयोगियों की तरफ से प्रशिक्षित अफगान सुरक्षाबलों ने घुटने टेक दिए. तालिबान का 1990 के दशक के अंत में देश पर कब्जा था और अब एक बार फिर उसका कब्जा हो गया है. अफगानिस्तान से जुड़ी पल पल की अपडेट के लिए एबीपी न्यूज़ पर आपका स्वागत है.


अफगानिस्तान के लोग तालिबान से भयभीत


विद्रोहियों ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया और कुछ ही दिनों में सभी बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया. तालिबान की बर्बरता देख चुके अफगानिस्तान के लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. काबुल हवाईअड्डे पर देश छोड़ने के लिए उमड़ रही भारी भीड़ से यह बिलकुल स्पष्ट हो जाता है कि लोग किस हद तक तालिबान से भयभीत हैं.


काबुल एयरपोर्ट पर 7 लोगों की मौत


कल काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मचने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई. मृतकों में तीन अफगान नागरिक भी शामिल हैं, जो अमेरिकी वायुसेना के एक विमान के कुछ हिस्सों से लटक गये थे. कल काबुल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया था. हालांकि अब अमेरिका के 3000 सैनिकों के पहुंचने के बाद इसे फिर से खोल दिया गया है.


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