काबुल: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का एक महीना पूरा हो गया है. देश में तालिबान ने अपनी नई सरकार का एलान भी कर दिया है. इस बीच तालिबानी मंत्रिमंडल को चुनौती देते हुए पंजशीर प्रांत में के विद्रोही गुट ने अहमद मसूद के नेतृत्व में समानांतर सरकार की घोषणा कर दी है.
तालिबान की कार्यवाहक सरकार नाजायज- विद्रोही गुट
अफगानिस्तान की खामा न्यूज़ के मुताबिक, पंजशीर में विद्रोही गुट ने तालिबान की कार्यवाहक सरकार को नाजायज और अफगानिस्तान के लोगों के साथ एक ज्वलंत दुश्मनी करार दिया है. मोर्चे ने अपने बयान में तालिबान के खिलाफ प्रतिरोध दोहराया और कहा कि तालिबान क्षेत्र और दुनिया के लिए खतरा है.
तालिबान के साथ सहयोग बंद करे दुनिया- विद्रोही गुट
विद्रोही गुट ने कहा है कि वह एक संक्रमणकालीन लोकतांत्रिक और वैध सरकार की स्थापना करेंगे, जो लोगों के वोटों के आधार पर बनेगी और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी स्वीकार्य होगी. मोर्चे ने UN, UNHRC, EU, SARC, ECO और OIC के सदस्य देशों से तालिबान के साथ सहयोग बंद करने की अपील भी की है. संयुक्त राष्ट्र दाता सम्मेलन ने देश को आर्थिक और मानवीय संकटों के कारण ढहने से रोकने के लिए अफगानिस्तान को सहायता के तौर पर एक अरब डॉलर का वादा किया है.
बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया था और 7 सितंबर को अफगानिस्तान पर शासन करने के लिए नियमित पुलिस और सेना के बिना एक कार्यवाहक सरकार के गठन की घोषणा की. अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात ने मंगलवार को 33 सदस्यीय कार्यवाहक सरकार की भी घोषणा कर दी है, जिसका नेतृत्व मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद करेगा.