काबुल: अफगानिस्तान ने पाकिस्तान ने अपने राजदूत को वापस बुलाया लिया है. अफगानिस्तान ने ये फैसला ऐसे समय में किया जब 16 जुलाई को पाकिस्तान में अफगान के राजदूत नजीबुल्ला अलीखिल की बेटी का अपहरण हुआ था. हालांकि बाद में उसे रिहा कर दिया गया लेकिन रिहा करने से पहले उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की गई थी.


अफगानिस्तान के टोलो न्यूज़ के मुताबिक, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के सलाहकार वहीद उमर ने कहा कि राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान के राजनयिकों को इस्लामाबाद से वापस बुलाया है. वहीद उमर के मुताबिक, गनी ने कहा कि राजदूत की बेटी के अपहरणकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए और पाकिस्तान में अफगान राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.


राजदूत की बेटी की मेडिकल रिपोर्ट में जानकारी सामने आई थी कि सिर पर प्रहार किए गए, कलाइयों और पैरों पर रस्सी से बांधे जाने के निशान हैं और उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई. रिपोर्ट में कहा गया कि उन्हें पांच घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा गया.


इन सबके बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी के अपहरण से पहले जिन तीन टैक्सियों से उन्होंने सफर किया था, उनके चालकों से पूछताछ की गई है. साथ ही उन्होंने इस मामले को शीघ्र सुलझा लेने की उम्मीद जताई है. गृह मंत्री शेख राशिद ने मीडिया को बताया, ‘‘पुलिस अफगान राजदूत की बेटी के मामले की जांच कर रही है.....हमने उनके (अलीखिल) अनुरोध पर मामला दर्ज कर लिया है.’’


राजदूत की बेटी ने पुलिस को क्या बताया?


वहीं, अफगान राजजूत की बेटी ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा गया कि वह एक उपहार खरीदने गई थीं और उन्होंने एक टैक्सी किराए पर ली. लौटते वक्त पांच मिनट की यात्रा के बाद टैक्सी चालक वाहन सड़क किनारे ले गया. वहीं एक और शख्स आ गया और उस पर चिल्लाने लगा और उसके बाद उसने मारपीट शुरू कर दी. राजदूत की बेटी ने कहा,‘‘ मैं डर के मारे बेहोश हो गई.’’


इसके आगे उन्होंने कहा कि होश आने पर उन्होंने खुद को गंदे स्थान पर पाया. बाद में उन्होंने पास के एक पार्क में जाने के लिए टैक्सी की और वहां से अपने पिता के सहयोगी को फोन किया,जो उन्हें घर ले कर गए.


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