काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बकरीद की नमाज के वक्त रॉकेट से हमला हुआ है. इस हमले से कितना नुकसान हुआ है, अभी इसकी जानकारी नहीं आई है. धमाका अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन के पास हुआ है.
आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि ईद की शुरुआत के मौके पर राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाषण से पहले अफगानिस्तान की राजधानी में कम से कम तीन रॉकेट दागे गए. रॉकेटों को भारी किलेबंद ग्रीन ज़ोन में सुना गया, जिसमें राष्ट्रपति का महल और कई दूतावास हैं.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइस स्टानिकजई ने कहा, "आज अफगानिस्तान के दुश्मनों ने काबुल शहर के विभिन्न हिस्सों में रॉकेट हमले किए. सभी रॉकेट तीन अलग-अलग हिस्सों से टकराए. हमारी प्रारंभिक जानकारी के आधार पर, कोई हताहत नहीं हुआ है. हमारी टीम जांच कर रही है."
हमले के कुछ मिनट बाद, गनी ने अपने कुछ बड़े अधिकारियों की उपस्थिति में राष्ट्र के नाम एक संबोधन शुरू किया. बता दें कि राष्ट्रपति भवन को अतीत में कई बार रॉकेट से निशाना बनाया जा चुका है, आखिरी बार दिसंबर में राष्ट्रपति भवन पर हमला हुआ था.
अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद से वहां अनिश्चितता का माहौल है. तालिबान ने पूरी तरह से अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया है. इसमें उसका पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी तालिबान का साथ दे रहे है. तालिबान ने कई रणनीतिक जिलों में नियंत्रण हासिल किया है, जिनमें विशेष रूप से ईरान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमाओं से लगे इलाके हैं.
तालिबान का नियंत्रण अफगानिस्तान के कुल 421 जिलों और जिला केंद्रों में से एक-तिहाई से भी अधिक पर है. हालांकि, तालिबान का यह दावा बढ़ा-चढ़ाकर किया गया लगता है कि उन्होंने 85 प्रतिशत से ज्यादा जिलों पर कब्जा कर लिया है.