Afghanistan: एक साल में 347 लोगों ने की मौत को गले लगाने की कोशिश, आखिर क्यों आत्महत्या को मजबूर हो रहे अफगानी?
Afghanistan News: अफगानिस्तान में भुखमरी-गरीबी, पारिवारिक हिंसा और बेरोजगारी से तो आमजन का जीना मुश्किल है ही, वहां पर तालिबानी हुकूमत नए-नए प्रतिबंध और थोपती रहती है. ऐसे में लोग हताशा में जी रहे.
Afghanistan Suicide Attempt Cases: इस्लामिक मुल्क अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान की हुकूमत है. वहां इस्लामिक शासन के कायदे-कानून इतने सख्त हैं कि महिला-बच्चों का जीना मुश्किल हो गया है. गरीबी-भुखमरी से मुल्क खस्ताहाल है. आमजन को दो वक्त का खाना नहीं मिल पाता. बेरोजगारी चरम पर है. वहीं, हिंसा की घटनाएं अधिक होती हैं. ऐसे में बहुत-से लोग खुद ही मौत को गले लगाने की कोशिश करते हैं. अफगानिस्तानी मीडिया से खबरें आई हैं कि वहां पिछले वर्ष सैकड़ों लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया.
अफगानिस्तान स्थित टोलो न्यूज चैनल ने बताया कि अफगानिस्तान में, 2022 में कम से कम 347 लोगों ने 9 प्रांतों में आत्महत्या का प्रयास किया. TOLOnews के मुताबिक अधिकांश आत्महत्या के मामले गरीबी, पारिवारिक हिंसा, बेरोजगारी और स्वतंत्रता के अभाव के कारण थे. और, आत्महत्या का प्रयास पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक किया. इसका मतलब है कि अफगानी महिलाएं वहां के माहौल से खुश नहीं है, वहां आत्महत्या का प्रयास करने वाले कम से कम 60 लोगों की जान भी जा चुकी है.
20 साल की लड़की ने की जान देने की कोशिश
आत्महत्या के 251 प्रयासों के रिकॉर्ड के साथ अफगानिस्तान में बदख्शां क्षेत्र सूची में सबसे ऊपर है. बताया जाता है कि वहां पर एक 20 वर्षीय लड़की ने भी जान देने की कोशिश की थी, लेकिन अस्पताल ले जाने के बाद वह बच गई. उसके रिश्तेदारों ने कहा कि गरीबी से जूझने के बाद उसने आत्महत्या का प्रयास किया. उसने आत्महत्या करने के लिए तेजाब पी लिया था. लड़की के भाई ने बताया, "हम उसे डॉक्टर के पास ले गए थे. वहां से उसे फैजाबाद ले जाना पड़ा. जहां हम उसे दो से तीन बार लेकर गए, अब उसकी सर्जरी हो चुकी है और वह अच्छी स्थिति में है.,”
किस राज्य में कितने मामले दर्ज किये गए?
प्रांतीय अस्पताल के प्रमुख होम्यायुन फ्रूटन (Homyayoun Frootan) ने कहा, “हमने 250 आत्महत्या के प्रयास दर्ज किए हैं. उनमें से, 188 महिलाएं हैं और 62 पुरुष थे.,” बदख्शां के अलावा अफगानिस्तान के घोर प्रांत में 14 लोग, खोस्त प्रांत में 11 लोग, सर-ए-पुल प्रांत में 7, नंगरहार प्रांत में 5, मैदान वारदक में 5, बामियान में 3 और उरोजगान में 2 लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया. इनके अलावा एक मामला कपिसा प्रांत में भी दर्ज किया गया.
बामियान के कमांडर सदिदकुल्ला शाहीन ने कहा, "हमने अपने यहां आत्महत्या के 3 प्रयास दर्ज किए हैं और इन आत्महत्याओं के पीछे का मकसद पारिवारिक हिंसा बताया जा रहा है." वहीं, घोर के सुरक्षा विभाग के प्रमुख मुस्तफा हक्कानी ने कहा, “हमारे यहां आत्महत्या के 14 प्रयास हुए. उनके पीछे की वजह उनकी आर्थिक चुनौतियां और पारिवारिक हिंसा थी.,”
मनोवैज्ञानिकों ने कहा- आर्थिक तंगी बड़ी वजह
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि अफगानिस्तान में आत्महत्या के कई प्रयास आर्थिक तंगी और पारिवारिक हिंसा के कारण होते हैं. मनोवैज्ञानिक कदीर बरन ने कहा, "आत्महत्या के प्रयास मुख्य रूप से पारिवारिक हिंसा, गरीबी, अशिक्षा, अनभिज्ञता, बेघर और बेरोजगार होने और अनिश्चित भविष्य का सामना करने के कारण होते हैं."
स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, बदख्शां की राजधानी फैजाबाद में हाल ही में एक महिला ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. प्रांतीय अधिकारियों ने कहा कि ताखर के यांगी काला जिले में भी एक व्यक्ति ने खुद को गोली मार ली और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, विश्व स्तर पर हर साल लगभग 800,000 लोग आत्महत्या का प्रयास करते हैं.
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