Bangladesh Chinmoy Das Arrest Case: बांग्लादेश में हिंदू धर्म गुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते हमलों को लेकर अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर अपनी चिंता जताते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ जारी अत्याचार को अब विश्व नेताओं को गंभीरता से संबोधित करना चाहिए.


मैरी मिलबेन ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए एक्स पर लिखा है " चिन्मय कृष्ण दास की कैद और बांग्लादेश में चरमपंथियों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हमलों को अब विश्व नेताओं को संबोधित करना चाहिए. हमें धार्मिक स्वतंत्रता और वैश्विक स्तर पर सभी आस्था रखने वाले लोगों की सुरक्षा को बनाए रखना चाहिए."


दरअसल, उन्होंने कहा है हमें धार्मिक स्वतंत्रता और वैश्विक स्तर पर सभी आस्था रखने वाले लोगों की सुरक्षा बनाए रखनी चाहिए. उन्होंने विश्व के नेताओं से अपील करते हुए कहा है कि वे बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों के खिलाफ कदम उठाएं.


बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति पर वैश्विक चिंता
मैरी मिलबेन के बयान ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की स्थिति पर वैश्विक स्तर पर ध्यान खींचा है. बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं. हाल के दिनों में मंदिरों, पूजा स्थलों, और हिंदू समुदाय के नेताओं पर हमलों की घटनाएं बढ़ी है. बांग्लादेश के चरमपंथी तत्वों की ओर से अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. कई मानवाधिकार संगठनों ने बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता के हनन पर चिंता जताई है. मैरी मिलबेन के इस बयान से पता चलता है कि बांग्लादेश का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ चुका है.






भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने पहले ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों और चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर कड़ी आपत्ति जताई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की. जिस पर बांग्लादेश की प्रतिक्रिया में इसे "आंतरिक मामला" बताया गया.



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