चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने जवानों को यह आदेश दिया है कि वह युद्ध के लिए तैयार रहें और सेकेंड में एक्शन हो इस तरह की तैयारी करें. तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर जिनपिंग की तरफ से यह आदेश ऐसे वक्त पर दिया गया है जब चीन के साथ भारत और अमेरिका की तनातनी चल रही है.
चीनी राष्ट्रपति के इस आदेश के बाद चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों ने एलएसी पर तैनात भारतीय जवानों से कुछ ही दूरी पर तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में युद्ध की तैयारी शुरू कर दी. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के जवानों के सैन्य अभ्यास करते हुए एक वीडियो को शेयर किया है. इस वीडियो में 5 हजार मीटर की ऊंचाई पर पीएलए के जवान फायरिंग करते हुए और बम बरसा कर अभ्यास करते हुए नजर आ रहे हैं.
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दिया जंग की तैयारी का आदेश
चीन में सशस्त्र बलों की शक्तियों का विस्तार करने वाले नए संशोधित कानून के इस साल से प्रभाव में आने के बीच राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने सेना से अपने युद्ध कौशल को और तराशने के लिए ट्रेनिंग को मजबूत करने एवं बिल्कुल अलर्ट रहने को कहा है. यहां आधिकारिक मीडिया ने मंगलवार को खबर दी कि केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के साथ-साथ सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के प्रमुख शी (67) ने 2021 के लिए आयोग के पहले आदेश पर दस्तखत किये जिसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के प्रशिक्षण में प्राथमिकताओं को सूचीबद्ध किया गया है. सीएमसी 20 लाख सैन्यकर्मियों की सेना का हाईकमान है.
इस नये आदेश में सशस्त्र बलों को नए युग में चीनी विशिष्टताओं के साथ शी जिनपिंग की समाजवाद की सोच को अपने मार्गदर्शन सिद्धांत के तौर पर लेने तथा सेना एवं सैन्य रणनीतियों की मजबूती के संदर्भ में शी के विचारों पर चलने का निर्देश दिया गया है.
2018 में जिनिंग ने जारी किया था ऐसा ही आदेश
सरकारी अखबार चाईना डेली की खबर के अनुसार उसमें कहा गया है कि CCP सेना के प्रशिक्षण पर अपना मार्गदर्शन बढ़ाएगी और सेना से अपना युद्ध कौशल निखारने एवं अपने प्रशिक्षण तंत्र में सुधार जारी रखने पर ध्यान देने की भी अपील की गई है. पहला ऐसा आदेश जनवरी, 2018 में जारी किया गया था जब शी ने उत्तरी चीन के एक शूटिंग रेंज में एक विशाल प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित किया था. हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मोर्निंग पेास्ट के अनुसार सैन्यबलों द्वारा सोमवार को साल का पहला सैन्य प्रशिक्षण एवं अभ्यास शुरू किये जाने के बीच शी ने कहा कि पीएलए को ‘किसी भी क्षण कार्रवाई’ के लिए तैयार रहना चाहिए.
2012 में कमांडर इन चीफ बनने के बाद लड़ाकू तैयारी पर जोर
अखबार ने चीनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा, ‘‘ (पीएलए) को प्रशिक्षण एवं युद्धक तंत्र में नये औजार, नई ऊर्जाशक्ति को शामिल करना चाहिए.’’ शी 2012 के आखिरी में कमांडर इन चीफ बने थे और तब से उन्होंने सशस्त्र बलों के लिए लड़ाकू तैयारी प्रशिक्षण एवं संयुक्त अभियानों के महत्व पर बार-बार बल दिया है. इस साल अपने आदेश में उन्होंने कहा कि सेना अपने अधिकारियों एंव सैनिकों को असली युद्ध परिदृश्य में प्रशिक्षित करे, युद्ध एवं सैन्य अभियानों के बारे में शोध पर अधिक ध्यान दे, अभ्यास की कारगरता बढाए, आपात स्थिति संबंधी अभ्यास अधिक करे, हाईअलर्ट रहे ताकि सैनिक किसी भी सैन्य कार्रवाई के लिए सदैव तैयार रहे.
उसमें कहा गया है कि संयुक्त अभियानों के लिए प्रशिक्षण एवं अभ्यास को प्राथमिकता दी जाए तथा सेना समेकित संयुक्त लड़ाकू क्षमता निखारने के लिए अंतरसेवा प्रशिक्षण को तेज करना चाहिए. उसके अनुसार कमांडरों को प्रशिक्षण में वैज्ञानिक एवं तकनीकी का अधिक इस्तेमाल करने तथा उच्च प्रौद्योगिकी हार्डवेयर एवं प्रविधियों को इस्तेमाल करने की अपनी इकाइयों की क्षमता और निखारने की जरूरत है.
यह साल 2021 चौथा लगातार वर्ष है जब शी ने केंद्रीय सैन्य कमीशन की ओर से साल के पहले निर्देश के तौर पर सेना के लिए प्रशिक्षण आदेश जारी किया है. यह संशोधित राष्ट्रीय रक्षा कानून इस साल एक जनवरी से प्रभाव में आया है जिसमें घरेलू और विदेशों में राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सैन्य एवं असैन्य संसाधनों को लगाने के लिए शी की अगुवाई में सशस्त्र बलों की शक्ति का विस्तार किया गया है.
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