अंकारा: कट्टरवाद की राह पर चल निकले तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने एतिहासक चोरा चर्च (Chora church) को शुक्रवार को एक मस्जिद में बदलने का आदेश दे दिया. यह कदम हागिया सोफिया को मस्जिद में बदलने के एक महीने के बाद उठाया गया है.
चौथी सदी के इस प्राचीन चर्च को ऑटोमन साम्राज्य के दौर में मस्जिद में बदल दिया गया था. 1945 में तत्कालीन तुर्की सरकार द्वारा इसे म्यूजियम के तौर पर नामांकित किया गया था. 1958 में इसे एक म्यूजियम के तौर पर जनता के लिए खोल दिया गया था.
पिछले साल तुर्की की एक अदालत ने चोरा (तुर्की में इस करिए कहते हैं) को म्यूजियम में बदलने वाले 1945 के सरकारी फैसले को खारिज कर दिया था.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शुक्रवार को, एर्दोगन द्वारा हस्ताक्षरित और तुर्की के आधिकारिक राजपत्र में घोषणा की गई, "करिए मस्जिद के प्रबंधन को धार्मिक मामलों के निदेशालय को स्थानांतरित कर दिया गया है और मस्जिद को इबादत के लिए खोल दिया गया.”
हालांकि शुक्रवार को जारी आदेश में यह नहीं बताया गया कि चोरा में पहली नमाज कब होगी और वहां मौजूद ईसाई कलाकृतियों के लिए क्या व्यवस्था की जाएगी.
बता दें कि एर्दोगन ने खुद को तुर्की के धर्मनिष्ठ मुसलमानों के नेता के तौर पर स्थापित कर लिया है. पिछले दिनों उन्होंने हागिया सोफिया में 86 साल बाद हुई पहली नमाज में हजारों लोगों के साथ हिस्सा लिया था. इस कदम की चर्च के नेताओं और कुछ पश्चिमी देशों ने तीखी आलोचना की थी.
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