भारतीय मूल की कमला हैरिस ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया. कमला हैरिस को शपथ सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सोनिया सोटोमायोर ने दिलाया. वह पहली महिला, अश्वेत और भारतवंशी उपराष्ट्रति बनीं. कमला हैरिस का जन्म 1964 में ऑकलैंड में हुआ था. उनकी मां का नाम श्यामला गोपालन हैरिस था जबकि उनके पिता जमैका के रहने वाले हैं. उनका नाम डोनाल्ड हैरिस है. वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर थे.
कमला हैरिस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद कहा कि वह सेवा करने को तैयार हैं. इससे पहले, कमला ने कहा कि उनकी मां की उनके जीवन में अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे और मेरी बहन माया को सिखाया कि आगे बढ़ते रहना हमारे और अमेरिका की हर पीढ़ी पर निर्भर करता है. उन्होंने हमें सिखाया कि केवल हाथ पर हाथ रखकर मत बैठो और चीजों के बारे में शिकायत मत करो, बल्कि कुछ करके दिखाओ. कमला को उनकी मां की सलाह हर रोज प्रेरित करती है. यहीं कारण है कि आज हैरिस इस मुकाम तक पंहुच पाई है.
कमला देवी हैरिस की मां श्यामला गोपालन 1960 में भारत के तमिलनाडु से यूसी बर्कले पहुंची थीं, जबकि उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस 1961 में ब्रिटिश जमैका से इकोनॉमिक्स में स्नातक की पढ़ाई करने यूसी बर्कले आए थे. यहीं अध्ययन के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और मानव अधिकार आंदोलनों में भाग लेने के दौरान उन्होंने विवाह करने का फैसला कर लिया. हाईस्कूल के बाद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाली कमला अभी सात ही बरस की थीं, जब उनके माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए. कमला और उनकी छोटी बहन माया अपनी मां के साथ रहीं और उन दोनों के जीवन पर मां का बहुत प्रभाव रहा.
हालांकि वह दौर अश्वेत लोगों के लिए सहज नहीं था. कमला और माया की परवरिश के दौरान उनकी मां ने दोनों को अपनी पृष्ठभूमि से जोड़े रखा और उन्हें अपनी साझा विरासत पर गर्व करना सिखाया। वह भारतीय संस्कृति से गहराई से जुड़ी रहीं. वह भारत में अपने नाना नानी के परिवार से मिलने अक्सर आती रहीं.
बाइडन-हैरिस की प्रचार वेबसाइट पर इस संबंध में कमला ने अपनी आत्मकथा 'द ट्रुथ्स वी होल्ड' में लिखा है कि उनकी मां को पता था कि वह दो अश्वेत बेटियों का पालन पोषण कर रही हैं और उन्हें सदा अश्वेत के तौर पर ही देखा जाएगा, लेकिन उन्होंने अपनी बेटियों को ऐसे संस्कार दिए कि कैंसर अनुसंधानकर्ता और मानवाधिकार कार्यकर्ता श्यामला और उनकी दोनों बेटियों को ' श्यामला एंड द गर्ल्स' के नाम से जाना जाने लगा.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन के बाद हैरिस ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की. 2003 में वह सेन फ्रांसिस्को की शीर्ष अभियोजक बनीं। 2010 में वह कैलिफोर्निया की अटॉर्नी बनने वाली पहली महिला और पहली अश्वेत व्यक्ति थीं। 2017 में हैरिस कैलिफोर्निया से जूनियर अमेरिकी सीनेटर चुनी गईं. कमला ने 2014 में जब अपने साथी वकील डगलस एमहॉफ से विवाह किया तो वह भारतीय, अफ्रीकी और अमेरिकी परंपरा के साथ साथ यहूदी परंपरा से भी जुड़ गईं.