Rome G20 Summit: विश्व की आर्थिक महाशक्तियों के नेता शनिवार को कोरोना वायरस महामारी के बाद पहली बार प्रत्यक्ष रूप से आयोजित शिखर सम्मेलन के लिए जमा हुए. सम्मेलन के एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 महामारी, आर्थिक सुधार और वैश्विक न्यूनतम कॉरपोरेट कर दर पर चर्चा शामिल है. इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने 20 राष्ट्राध्यक्षों के समूह का यहां कन्वेंशन सेंटर में स्वागत किया. 


वैश्विक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर चर्चा


जी-20 सम्मेलन में शनिवार का उद्घाटन सत्र वैश्विक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर केंद्रित था. इटली उम्मीद कर रहा है कि रविवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से पहले जी-20, वैश्विक अर्थव्यवस्था के 80 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करने वाले देशों से महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का आह्वान करेगा. ज्यादातर राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष जो रोम में हैं, जी-20 के समाप्त होते ही ग्लासगो के लिए रवाना हो जाएंगे.


जी-20 के बाद ग्लासगो के लिए रवाना होंगे नेता


संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने कहा कि ग्लासगो में होने वाली बैठक में बड़े प्रदूषकों से निपटने के लिए की गई प्रतिबद्धताओं पर चर्चा की जायेगी. उन्होंने कहा कि जी -20 नेताओं के लिए विकासशील देशों के साथ अविश्वास के खतरनाक स्तर पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए एक वैश्विक टीकाकरण योजना में बाधा डालने के लिए भू-राजनीतिक विभाजन को भी दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि कैसे सबसे अमीर देशों में लोगों को टीके की तीसरी खुराक मिल रही है, जबकि केवल पांच फीसदी अफ्रीकियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है.


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