Air Sports Policy 2022: देश की पहली ‘नेशनल एयर स्पोर्ट्स पॉलिसी’ हुई लॉन्च, 2030 तक भारत बनेगा टॉप एयर स्पोर्ट्स देशों में से एक
National Air Sports Policy: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज देश की पहली ‘नेशनल एयर स्पोर्ट्स पॉलिसी ‘ लॉन्च की. इस लॉन्च से देश में स्पोर्ट्स टूरिज़्म का भी विकास होगा.
National Air Sports Policy: नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज देश की पहली ‘नेशनल एयर स्पोर्ट्स पॉलिसी ‘ लॉन्च की. इस मौक़े पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज इस बात की ज़रूरत है कि देश में एयर स्पोर्ट्स कल्चर को उचित समर्थन मिले. हवा के माध्यम में होने वाले खेलों यानी एयर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में विश्व के टॉप देशों में आने की क्षमता भारत में मौजूद है. इससे देश में स्पोर्ट्स टूरिज़्म का भी विकास होगा. ख़ास तौर पर पहाड़ी इलाक़ों में रोज़गार तेज़ी से बढ़ेगा. सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक भारत को इस क्षेत्र में दुनिया के श्रेष्ठ देशों की क़तार में खड़ा किया जा सके.
कौन-कौन से खेल आते हैं एयर स्पोर्ट्स के अंतर्गत
एयर स्पोर्ट्स के अंतर्गत एयर रेसिंग, एरोबैटिक्स, एयरोमॉडलिंग, हैंग ग्लाइडिंग, पैरा ग्लाइडिंग, पैरा मोटरिंग और स्काई डाइविंग जैसे कई अन्य खेल आते हैं. इन खेलों की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएँ भी होती हैं. भारत अभी ऐसी किसी प्रतियोगिता में स्थाई तौर पर हिस्सा नहीं लेता लेकिन सरकार की इस पहली बार बनी नई नीति के कारण जल्द ही भारत इन खेलों की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकता है.
एयर स्पोर्ट्स के लिए अनुकूल स्थितियां
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत का विशाल भौगोलिक क्षेत्र और अलग-अलग क्षेत्रों में साफ़ मौसम की स्थितियाँ एयर स्पोर्ट्स के लिए भारत को एक महत्वपूर्ण एज देती हैं. भारत में युवाओं की एक बड़ी संख्या है जिनका रुझान रोमांचक खेलों और उड़ान सम्बंधी खेलों में बढ़ रहा है.
एयर स्पोर्ट्स से देश को मिलेगा आर्थिक लाभ व रोज़गार
एयर स्पोर्ट्स एक्टिविटी से न सिर्फ़ डाइरेक्ट रेवेन्यू आएगा बल्कि ट्रैवेल ग्रोथ, टूरिज़्म, इंफ़्रास्ट्रक्चर और स्थानीय रोज़गार में भी वृद्धि होगी. इसके लिए पूरे देश में एयर स्पोर्ट्स हब भी बनाए जाएँगे ताकि एयर स्पोर्ट्स के प्रोफ़ेशनल खिलाड़ी वहाँ आ सकें. इन सबसे देश को आर्थिक रूप से बड़ा फ़ायदा होगा.
भारत बनेगा फ़ाई का सदस्य
भारत के खिलाड़ियों और सरकारी संस्थाओं को खेल और इंफ़्रास्ट्रक्चर इतना बेहतर करना होगा कि भारत को फ़ाई का सदस्य बनाया जा सके. स्विट्ज़रलैंड स्थित द फ़ेडरेशन ऑफ़ एयरोनॉटिक इंटरनेशनल (FAI) नाम की संस्था विश्व भर के एयर स्पोर्ट्स की नियंत्रक संस्था के रूप में मान्य है. क़रीब 100 देश इसके सदस्य हैं। 1905 में स्थापित ये संस्था विश्व भर में एयर स्पोर्ट्स के इंवेंट आयोजित करती है और वैश्विक रिकॉर्ड का संचालन करती है.
नई पॉलिसी में इन बातों का ख़ास ख़्याल रखा गया है
नागरिक उड्डयन मंत्री के अनुसार नेशनल एयर स्पोर्ट्स पॉलिसी (NASP) को विशेषज्ञों की राय के साथ बनाया गया है और इसे अनुभव और ज़रूरत के अनुसार अपग्रेड भी किया जाएगा. एयर स्पोर्ट्स सेक्टर को प्रमोट करने के लिए सरकार देश में सुरक्षित, सस्ता, आसानी से उपलब्ध, मनोरंजक और स्थिर क़िस्म का एयर स्पोर्ट्स एक्टिविटी
का इंफ़्रास्ट्रक्चर बनाएगी. क्वालिटी, सेफ़्टी और सिक्योरिटी इस विकास का मंत्र होगा. इंफ़्रा स्ट्रक्चर ही नहीं बल्कि उच्च स्तर की टेक्नॉलजी, ट्रेनिंग और अवेयरनेस पर भी ध्यान दिया जाएगा.
फ़िलहाल इन खेलों को होगी मान्यता, आगे बढ़ सकती है लिस्ट
एनएएसपी 2022 के अनुसार निम्न 11 तरह के एयर स्पोर्ट्स को मान्यता दी गई है. इनमें जहां एप्लिकेबल हो वहाँ विंटेज एयर क्राफ़्ट को भी मान्यता है.
1. एयरोबैटिक्स
2. एयरोमॉडलिंग एंड मॉडल रॉकेटरी
3. एमेच्योर-बिल्ट एंड एक्सपेरिमेंटल एयरक्राफ़्ट
4. बैलूनिंग
5. ड्रोन्स
6. ग्लाइडिंग एंड पॉवर्ड ग्लाइडिंग
7. हैंग ग्लाइडिंग एंड पॉवर्ड हैंग ग्लाइडिंग
8. पैराशूटिंग ( स्काईडाइविंग, बेस -1 जम्पिंग और विंग सूट्स भी)
9. पैरा ग्लाइडिंग एंड पैरा मोटरिंग ( पॉवर्ड पैराशूट ट्राईक्स आदि भी )
10. पॉवर्ड एयरक्राफ़्ट ( अल्ट्रा लाईट, माइक्रो लाईट और लाईट स्पोर्ट्स एयर क्राफ़्ट्स आदि भी)
11. रोटर क्राफ़्ट ( आटो जाइरो सहित )
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