Iraq Protests: 'सरकारी क्षेत्रों को जल्द से जल्द खाली करें', हिंसा के बीच धर्मगुरु मुक़्तदा अल सदर की समर्थकों से अपील
Baghdad Violence: अल-सदर जल्दी ही इस मामले पर PC कर सकते हैं. वो ये पीसी इराक के नजफ में करेंगे. तो वहीं बगदाद के ग्रीन जोन में घुसे प्रदर्शनकारियों और इराक की सेना के बीच लड़ाई दूसरे दिन भी जारी है.
Iraq Violence: शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर (Moqtada Al Sadr) के राजनीतिक सन्यास के फैसले के बाद बगदाद (Baghdad) में फैली हिंसा (Violence) में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इस घटनाक्रम के बाद मुक्तदा अल-सदर ने प्रदर्शनकारियों (Protestors) से अपील की है कि वो एक घंटे के अंदर संसद (Parliament) और उसके आसपास के क्षेत्र को जल्द से जल्द खाली कर दें.
इसके अलावा अल-सदर जल्दी ही इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं. वो ये प्रेस कॉन्फ्रेंस इराक के नजफ में करेंगे. अल-सदर की अपील के बाद से इराक की सेना ने कर्फ्यू हटा लिया है और सदर के समर्थकों ने ग्रीन जोन को छोड़ना शुरू कर दिया है. तो वहीं, इससे पहले बगदाद के ग्रीन जोन में घुसे प्रदर्शनकारियों और इराक की सेना के बीच लड़ाई दूसरे दिन भी जारी रही. इस लड़ाई में मुक्तदा अल सदर के 23 समर्थकों की मौत भी हुई है. इतना ही नहीं बुरी तरह फैली हिंसा के बाद पूरे बगदाद में कर्फ्यू लगा दिया गया था और सभी सरकारी कामकाज को रोक दिया गया.
मुक्तदा अल-सदर ने की भूख हड़ताल की घोषणा
इराक की राज्य समाचार एजेंसी आईएनए के मुताबिक, मुक्तदा अल-सदर ने हिंसा और हथियारों के उपयोग के बंद होने तक भूख हड़ताल की घोषणा कर दी है. उन्होंने पुलिस से अपने समर्थकों के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है.
रिपब्लिकन पैलेस में घुसे समर्थक
ऐसा पहली बार नहीं है कि मुक्तदा अल-सदर (Mpqtada Al Sadr) ने राजनीति से सन्यास की घोषणा पहली बार की हो. वो पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं. ग्रीन जोन (Green Zone) में संसद (Parliament) में एक हफ्ते से धरना दे रहे सदर के समर्थक रिपब्लिकन पैलेस (Republican Palace) में घुस गए जहां आमतौर पर कैबिनेट की बैठकें हुआ करती थीं. ऐसा ही कुछ हाल श्रीलंका (Sri Lanka) में भी देखने को मिला था जब प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन (President House) में घुस गए और उसे अपने कब्जे में ले लिया था.
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