Al-Zawahiri Killed: काबुल (Kabul) में अमेरिका के ड्रोन हमले में अलकायदा चीफ अल-जवाहिरी (Al-Qaeda Ayman al-Zawahiri) को मार गिराया गया. एक तरफ जहां अमेरिका को इस ऑपरेशन (Counter-Terrorism Operation) के बाद आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है.  वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से जानकारी सामने आ रही है कि इस ऑपरेशन के बारे में एलान किए जाने से पहला ही भारत के पास इस हमले की जानकारी थी. सूत्रों के अनुसार हमला 31 जुलाई से भारत के संज्ञान में था, लेकिन यह पता लगाने और घोषणा करने के लिए भारत अमेरिका की तरफ से औपचारिक एलान का इंतजार कर रहा था.  


दरअसल कल यानी 1 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने दावा किया कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर एक हवाई हमले के दौरान अल-कायदा चीफ अल-जवाहिरी (Al-Zawahiri) को मार गिराया गया. टेलीविजन पर संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि इंसाफ हुआ है और आतंकी अब जिंदा नहीं बचा है.


तालिबान ने की इस ऑपरेशन की निंदा


वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने इस अमेरिका के इस ऑपरेशन की कड़ी निंदा की है. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Zabiullah Mujahid) ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में अमेरिकी कार्रवाई की आलोचना की है. साथ ही, अंतरराष्ट्रीय मानकों और दोहा समझौते का उल्लंघन करार दिया है.


बराक ओबामा ने क्या कहा


अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सालों से खुफिया तरह से काम कर रहे सदस्यों (Intelligence Community) को  श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन के नेतृत्व में काम कर रहे उन सभी सदस्यों को श्रद्धांजली जिन्होंने सालों तक इस मौके का इंतजार किया है. आतंकवादी अल-जवाहिरी के मारे जाने की खबर इस बात का भी सबूत है कि अफगानिस्तान में युद्ध के बिना आतंकवाद को जड़ से खत्म करना संभव है और मुझे उम्मीद है कि यह खबर  9/11 के परिवारों और अल-कायदा के हाथों पीड़ित सभी लोगों को शांति देगा.


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