बीजिंग: उत्तरी चीन के एक शहर में रविवार को 'ब्यूबोनिक प्लेग' का एक संदिग्ध मामला सामने आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है. यहां के सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी. सरकारी पीपुल्स डेली ऑनलाइन की खबर के अनुसार, आंतरिक मंगोलियाई स्वायत्त क्षेत्र, बयन्नुर ने प्लेग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तीसरे स्तर की चेतावनी जारी की.


साल के अंत तक जारी रहेगा अलर्ट


'ब्यूबोनिक प्लेग' का संदिध मामला बयन्नुर के एक अस्पताल में शनिवार को सामने आया. लोकल हेल्थ अथॉरिटी ने घोषणा की कि चेतावनी 2020 के अंत तक जारी रहेगी. अथॉरिटी ने कहा, ‘‘इस समय इस शहर में मानव प्लेग महामारी फैलने का खतरा है. जनता को आत्मरक्षा के लिए जागरुकता और क्षमता बढ़ानी चाहिए और असामान्य स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में तत्काल जानकारी देनी चाहिए.’’


लैब टेस्ट में हुई पुष्टि


सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एक जुलाई को कहा था कि पश्चिम मंगोलिया के खोड प्रांत में 'ब्यूबोनिक प्लेग' के दो संदिग्ध मामले सामने आए थे जिनकी लैब टेस्ट में पुष्टि हो गई है.


बता दें कि चीन अभी हाल ही में कोरोना वायरस महामारी से उबरा है. पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. इसके बाद ये वायरस दुनियाभर में फैल गया. अब तक दुनिया में कोरोना वायरस से 535047 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 11 करोड़ 46 लाख 7677 मामले सामने आ चुके हैं. चीन में इस वायरस के 83 हजार 553 मामले सामने आए थे. वहीं 4634 लोगों की मौत हुई थी.


चीन ने कोरोना पर कैसे काबू पाया?


चीनी मीडिया का कहना है कि चीन सरकार और चीनी जनता ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में संयम और संकल्प का परिचय दिया है. चीन ने पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका की तुलना में बहुत बेहतर काम किया है. चीन ने इस महामारी को हेल्थ इमरजेंसी माना. उसने अन्य प्रांतों और क्षेत्रों में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राष्ट्रीय संयुक्त रोकथाम और नियंत्रण तंत्र स्थापित किए. इस दौरान चीनी लोगों ने अपनी सरकार का पूरा साथ दिया और अपने असाधारण प्रयासों के साथ इस महामारी के खिलाफ जनयुद्ध लड़ा.


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