(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
विदेश यात्रा पर जा रही थीं फुटबॉल खिलाड़ी की पत्नी, ईरानी सरकार ने करवाया प्लाइट डायवर्ट और फिर...
Protest-Backing Footballer Ali Daei: अली डेई उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने महसा अमीनी की मौत के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनों का सार्वजनिक समर्थन किया है.
Protest-Backing Footballer Ali Daei: ईरान में सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. महसा अमीनी की डेथ से शुरू हुआ प्रदर्शन अब राष्ट्रव्यापी रूप में महीनों से जारी है. इस प्रदर्शन को ईरानी सरकार कुचलने की कोशिश कर रही है लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल रही है. प्रदर्शनकारी महिलाओं को देश-विदेश के खिलाड़ी, फिल्मी सितारे और अन्य लोगों का समर्थन मिल रहा है. हालाकि जो लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं उनको और उनके परिवार को हर तरह से यातनाएं झेलनी पड़ रही है. ऐसा ही मामला दिग्गज फुटबॉलर अली डेई के साथ भी हुआ है.
दरअसल, अली डेई उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने महसा अमीनी की मौत के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनों का सार्वजनिक समर्थन किया है. इसके बाद से ही वो सरकार के निशाने पर हैं. ईरानी फुटबॉलर अली डेई ने अब कहा है कि तेहरान से दुबई जाने वाले एक विमान का मार्ग बदल दिया गया और उनके परिवार के सदस्यों को उतरने का आदेश दिया गया.
क्या कहा अली डेई ने
अली डेई ने कहा कि उनकी पत्नी और बेटी को सोमवार को विदेश यात्रा से रोक दिया गया, जब उनके विमान को दुबई जाने के रास्ते में अघोषित डायवर्ट कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और बेटी ने ईरान की राजधानी तेहरान से यात्रा शुरू की थी, लेकिन उनकी उड़ान फारस की खाड़ी में किश द्वीप पर अघोषित रूप से रोक दी गई, जहां अधिकारियों द्वारा उनसे पूछताछ की गई.
वहीं इस पूरे मामले पर ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की करीबी अर्ध-आधिकारिक तसनीम समाचार एजेंसी ने सफाई दी है और कहा है कि क्योंकि अली डेई सरकार विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुए थे इसलिए उनकी पत्नी की विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया है.
बता दें कि ईरान के सख्त हिजाब कानून का कथित रूप से उल्लंघन करने के आरोप में एक युवा कुर्द महिला महसा अमीनी को नैतिकता पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद 22 वर्षीय महसा अमीनी की तेहरान में 13 सितंबर को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. पुलिस ने दावा किया कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, लेकिन अमीनी के परिवार का कहना है कि उसे कभी भी दिल की कोई बीमारी नहीं थी और पुलिस द्वारा कथित दुर्व्यवहार के कारण उसकी मौत हो गई. इसे बाद से ईरान में मोरल पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं.