Rishi Sunak On UK Violence: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने फिलिस्तीन समर्थक रैलियों में हुई हिंसा की निंदा की है. सुनक ने शनिवार (11 नवंबर) को कहा कि सभी आपराधिक मामलों के खिलाफ तेजी से कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. हिंसक घटनाओं को अस्वीकार्य करार देते हुए उन्होंने कहा कि वीकेंड में देश ने यहूदी समुदाय में जो भय का माहौल देखा, वह निंदनीय है.
सुनक ने कहा, "सभी आपराधिक मामलों पर कानूनी कार्रवाई तेजी के साथ की जानी चाहिए. मैंने बुधवार (8 नवंबर) को पुलिस आयुक्त से यही कहा था कि वह इसके लिए जवाबदेह हैं और मैं यही उम्मीद करता हूं. मैं पुलिस कमिश्नर से फिर मुलाकात करूंगा."
पीएम सुनक ने हिंसा की आलोचना की
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं EDL और फिलिस्तीन के समर्थन में निकाले गए मार्च में भाग लेने वाले हमास समर्थकों की हिंसा की आलोचना करता हूं और अल्पसंख्यक लोगों के खिलाफ घृणित कार्रवाइयां उन लोगों को कमजोर करती हैं, जिन्होंने शांतिपूर्वक अपने विचार व्यक्त करने का विकल्प चुना है.
'सशस्त्र बलों का अपमान करने वाली घटना'
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आने और हमारी आजादी के लिए लड़ने और मरने वालों को याद करने का समय है. आज हमने जो देखा है वह हमारे सशस्त्र बलों का अपमान करता है."
इससे पहले भी सुनक ने ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों के बाद यहूदियों के विरोध की निंदा की थी.ल उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि इस वीकेंड हमने अपनी सड़कों पर नफरत देखी. जिहाद के आह्वान न केवल यहूदी समुदाय के लिए बल्कि हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा है.
उन्होंने कहा, "हम अपने देश में यहूदी विरोधी भावना को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे और हम उम्मीद करते हैं कि पुलिस चरमपंथ से निपटने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करेगी."
हमास के हमले के बाद किया था इजरायल का दौरा
7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में हमास के हमलों के मद्देनजर सुनक ने इजरायल का दौरा किया था. अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप इजरायल के रक्षा के अधिकार और हमास के खिलाफ चल रही लड़ाई के लिए समर्थन दिया था.
अपनी यात्रा को लेकर सुनक ने कहा था कि उन्हें ऐसी भयानक परिस्थितियों में इजरायल का दौरा करने का दुख है. उन्होंने कहा, "पिछले दो हफ्तों में, यह देश कुछ ऐसे दौर से गुजरा है, जिसे किसी भी देश, किसी भी व्यक्ति को, कम से कम इजरायल को नहीं सहना चाहिए."
उन्होंने आगे कहा, "मैं ब्रिटिश लोगों की गहरी संवेदना साझा करना चाहता हूं और इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हम अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप खुद की रक्षा करने और हमास के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई का पूरी तरह से समर्थन करते हैं."