(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Amazon Satellite Launch: स्पेस इंटरनेट सर्विस देने के लिए अमेजन ने लॉन्च किया पहला सैटेलाइट, एलन मस्क के स्टारलिंक को देगा टक्कर
Amazon Satellite: अमेजन की योजना पृथ्वी की निचली कक्षा में 3200 से ज्यादा सैटेलाइट स्थापित करने की है. अपने इस प्रोजेक्ट के जरिये अमेजन स्पेसएक्स के स्टारलिंक से कंपीट करेगी.
Amazon Project Kuiper: अमेजन ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को अपना पहला सैटेलाइट लॉन्च कर दिया. कंपनी स्पेस इंटरनेट सर्विस शुरू कर रही है, जिसे उसने 'प्रोजेक्ट कुइपर' नाम दिया है. माना जा रहा है अमेजन अपने इस प्रोजेक्ट के जरिये एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्टारलिंक को टक्कर देगी.
प्रोजेक्ट में 'कुइपरसैट-1' और 'कुइपरसैट-2' नामक सैटेलाइटों की जोड़ी है, जिसे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (ULA) एटलस वी रॉकेट के जरिये ईस्टर्न टाइम के अनुसार शुक्रवार (6 अक्टूबर) को दोपहर 2:06 बजे लॉन्च किया गया. इन्हें कुइपर मेगा कॉन्सटेलेशन के प्रमुख कंपोनेट्स का परीक्षण करने के लिए पृथ्वी की सतह से 500 किलोमीटर ऊपर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जिसमें 3200 सैटेलाइटों को शामिल करने की योजना है.
कब तक मिलेगी अमेजन के स्पेस इंटरनेट की सुविधा?
अमेजन एफएक्यू के मुताबिक, प्रारंभिक कुइपर समूह में 3,236 सैटेलाइट शामिल होंगे. कुइपरसैट-1 और कुइपरसैट-2 को मूल रूप से यूएलए के नए वल्कन सेंटूर (लॉन्च व्हीकल) के पहले मिशन के जरिये उड़ान भरनी थी, लेकिन उस रॉकेट में देरी के कारण अमेजन को लॉन्च के लिए एटलस वी पर शिफ्ट होना पड़ा. हालांकि, भविष्य में वल्कन सेंटूर (Vulcan Centaur) के जरिये प्रोजेक्ट कुइपर के सैटेलाइटों को लॉन्च किया जा सकता है.
यूएस फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन के साथ अमेजन के लाइसेंस के लिए जरूरी है कि कंपनी जुलाई 2026 तक प्रारंभिक समूह में कम से कम आधे प्रोजेक्ट कुइपर सैटेलाइटों का संचालन करे. अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है तो यह 2024 के अंत तक कुछ ग्राहकों को सेवा प्रदान कर सकता है.
स्टारलिंक से कंपीट करेगा अमेजन के प्रोजेक्ट कुइपर
प्रोजेक्ट कुइपर एक अन्य इंटरनेट मेगाकॉन्सटेलेशन- स्पेसएक्स के स्टारलिंक के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा, जो पहले ही लो अर्थ ऑर्बिट (पृथ्वी की निचली कक्षा) में ऑपरेशनल है, जिसमें वर्तमान में लगभग 5,000 चालू सैटेलाइट शामिल हैं और स्टारलिंक अब भी बढ़ रहा है. स्पेसएक्स के पास 12,000 सैटेलाइटों को तैनात करने की अनुमति है और उसने अन्य 30,000 की मंजूरी के लिए आवेदन किया है.