Viral News: अस्पताल से मृत घोषित किए जाने के 3 घंटे बाद श्मशान घाट में जिंदा मिली महिला, अमेरिका में अजीब मामला
New York में एक बुजुर्ग महिला को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया. 3 घंटे बाद श्मशान के कर्मी जब उसका अंतिम संस्कार करने गए तो महिला की सांसें चलते देख दंग रह गए. मामला अमेरिका भर में चर्चा में है.
Weird News Today: अमेरिका में एक अजीब मामला सामने आया है. यहां एक अस्पताल में मृत घोषित किए जाने के 3 घंटे बाद एक 82 वर्षीय महिला को श्मशान में जीवित पाया गया. श्मशान में जब बुजुर्ग महिला सांस लेने लगी तो वहां मौजूद लोग एक बार डर ही गए. महिला वाकई में जिंदा थी. जिसके बाद मामले में जांच बैठा दी गई.
यह घटना न्यूयॉर्क की है. पुलिस अधिकारियों के बयान में कहा गया कि राज्य अटॉर्नी जनरल का कार्यालय मामले की जांच करेगा. सफोक काउंटी (Suffolk County) पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार, शनिवार (4 फरवरी) को सुबह 11:15 बजे, पोर्ट जेफरसन, लॉन्ग आइलैंड, न्यूयॉर्क में वॉटर एज रिहैब एंड नर्सिंग सेंटर में महिला को मृत घोषित कर दिया गया था. बयान में कहा गया, "एक 82 वर्षीय महिला (जिसका नाम जारी नहीं किया गया) को दोपहर 1:30 बजे मिलर प्लेस के ओबी डेविस श्मशान में ले जाया गया गया था. वहां दोपहर 2:09 बजे पता चला कि उसकी सांसें चल रही थीं."
अमेरिका के न्यूयॉर्क का मामला
मृत घोषित किए जाने के 3 घंटे बाद महिला के जिंदा पाए जाने का यह मामला तेजी से मीडिया में आ गया. यह दूसरी बार था, जब किसी को जीवित रहते ही मृत घोषित कर दिया गया था. इससे पहले जनवरी में, एक 66 वर्षीय महिला को आयोवा के एक अस्पताल में मृत घोषित किए जाने के बाद एक श्मशान में एक बैग में जिंदा और हांफते हुए पाया गया था.
बॉडी बैग में जिंदा मिली महिला
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आयोवा के अर्बंडाले में ग्लेन ओक्स अल्जाइमर स्पेशल केयर सेंटर में 3 जनवरी को महिला को मृत घोषित कर दिया गया था. उसे एक बैग में रखा गया और श्मशान ले जाया गया था. वहां श्मशान कर्मचारियों ने बॉडी बैग की जिप खोली तो पाया कि महिला जीवित थी और वह सांस लेने के लिए हांफ रही थी. आयोवा डिपार्टमेंट ऑफ इंस्पेक्शन एंड अपील्स की ओर से प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बाद में उस महिला को वापस अस्पताल में ले जाया गया, जहां 5 जनवरी को उसकी मृत्यु हो गई.
अस्पताल पर लगाया गया जुर्माना
लापरवाही के लिए अस्पताल पर 10,000 डॉलर (£8,320) का जुर्माना लगाया गया था.