Indian-American Aruna Miller: भारतीय मूल की अरुणा मिलर ने अमेरिका में इतिहास रच दिया है. वह मैरीलैंड में लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद संभालने वाली पहली अप्रवासी बन गईं हैं. लाखों अमेरिकियों ने 8 नवंबर को गवर्नर, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और अन्य कार्यालयों की प्रमुख दौड़ में अपना वोट डाला था.
अरुणा मिलर ने बुधवार सुबह एक ट्वीट में कहा, "वहां कोई जगह नहीं है बल्कि मैं मतदाताओं के साथ रहूंगी! हमारे समुदाय ने हमें इस अभियान में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए प्रेरित किया है और मैं आपकी प्रतिबद्धता और समर्थन के लिए अपना आभार शब्दों में व्यक्त भी नहीं कर सकती."
अरुणा मिलर के बारे में जानिए खास बातें
- 58 वर्षीय डेमोक्रेट के बारे में कहा जाता है कि उनकी जड़ें हैदराबाद में हैं और जब वह 7 साल की थीं, तब भारत से संयुक्त राज्य अमेरिका जाकर बस गईं.
- 1989 में मिसौरी विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की और मॉन्टगोमरी काउंटी में स्थानीय परिवहन विभाग में 25 वर्षों तक काम किया.
- 2010 से 2018 तक, उन्होंने मैरीलैंड हाउस ऑफ डेलीगेट्स में जिला 15 का प्रतिनिधित्व किया.
- 2018 में मैरीलैंड के 6वें कांग्रेसनल जिले में चुनाव लड़ीं और आठ उम्मीदवारों के भीड़ भरे मैदान में दूसरे स्थान पर रहीं.
- अरुणा की शादी डेव मिलर से हुई है, जिनसे उनकी तीन बेटियां हैं. वह वर्तमान में मोंटगोमरी काउंटी में रहती हैं.
अमेरिका में भारतीयों का डंका!
राजनीतिक विशेषज्ञों ने समाचार एजेंसियों को बताया कि भारतीय-अमेरिकियों के प्रतिनिधि सभा के लिए 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट होने की संभावना है. विशेषज्ञों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि चार मौजूदा पदाधिकारियों- अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल के फिर से चुने जाने की संभावना है. चारों डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं.
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