Military Threat To India: भारत और चीन के बीच काफी लंबे वक्त से सीमा को लेकर मतभेद रहे हैं. इस बीच एक सर्वे में भारत के लिए पाकिस्तान से बड़ा खतरा अमेरिका को माना गया है. अमेरिका की डेलावेयर यूनिवर्सिटी में इस्लामिक स्टडीज प्रोग्राम के फाउंडिंग डायरेक्टर प्रोफेसर मुक्तदर खान ने भी इस सर्वे का जिक्र किया है. मॉर्निंग कंसल्ट सर्वे के मुताबिक ज्यादातर भारतीय नागरिक अब चीन (China) को ही देश के लिए सबसे बड़ा सैन्य खतरा (Military Threat) के तौर पर देखते हैं. चौंकाने वाली बात है कि भारतीय चीन के बाद सैन्य खतरे के रूप में अमेरिका को देखते हैं.


मॉर्निंग कंसल्ट सर्वे (Morning Consult Survey) में 43 फीसदी लोगों ने चीन का नाम लिया, जबकि महज 13 फीसदी ने ही लंबे समय से प्रतिद्वंद्वी रहे पाकिस्तान (Pakistan) का जिक्र किया है.


किस मुल्क से भारत के लिए बड़ा खतरा?


मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से किए गए सर्वे का जिक्र करते हुए प्रोफेसर मुक्तदर खान ने कहा कि औसत भारतीय व्यस्क चीन और अमेरिका को भारत के लिए शीर्ष दो सैन्य खतरों के रूप में देखते हैं. 43% भारतीयों ने कहा है कि चीन भारत के लिए सबसे बड़ा सैन्य खतरा है, जबकि अन्य 22% मानते हैं कि अमेरिका सबसे बड़ा खतरा है. ये भारत के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार हैं. केवल 13 फीसदी लोगों का मानना ​​था कि पड़ोसी पाकिस्तान से सैन्य खतरा है.


यूक्रेन युद्ध के लिए कौन दोषी?


मॉर्निंग कंसल्ट एक वैश्विक व्यापार खुफिया कंपनी है. इस सर्वे में 1,000 वयस्क भारतीयों ने हिस्सा लिया था. सर्वेक्षण रिपोर्ट के लेखकों ने तर्क दिया है कि यूक्रेन युद्ध ने भारत में गुटनिरपेक्षता के लिए समर्थन की एक नई लहर पैदा की है, क्योंकि यह चीन के साथ अपने टकराव वाले संबंधों को नेविगेट करने के लिए अमेरिका और रूस दोनों के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों का उपयोग करने का प्रयास कर रहा है. सर्वें में पाया गया कि अधिकतर भारतीय रूस की तुलना में यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिका और नाटो को दोषी मानते हैं.


अमेरिका और नाटो कितने दोषी?


सर्वें रिपोर्ट के मुताबिक 38 फीसदी भारतीय वयस्कों यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को दोषी ठहराते हैं. वहीं, 26 फीसदी लोग अमेरिका और 18 फीसदी लोग नाटो को दोष देते हैं. अमेरिका और नाटो को दोषी ठहराने वाले लोग उस हिस्से से अधिक हैं, जो रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए दोषी मानते हैं. सर्वे में पाया गया कि भारतीय भी चाहते हैं कि सरकार रूस से तेल खरीदना जारी रखे और देश के साथ सैन्य अभ्यास करे.


भारत का किस देश से अच्छी दोस्ती?


मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से जारी सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता है, भारतीय जनता अमेरिका-चीन संघर्ष के बीच फंसने को लेकर चिंतित हो सकती है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा को अस्थिर करता है और भारत को जोखिम में डालता है. सर्वे में भारत का सबसे मित्रवत संबंध को लेकर अधिकांश लोगों ने रूस का नाम लिया है. रूस के बाद भारत से दोस्ती में अमेरिका का स्थान है. 


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