Pakistan Political Crisis: PM इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव क्या अमेरिका की साजिश है? बाइडेन प्रशासन ने दिया ये जवाब
Pakistan Political Crisis:अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान पीएम इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी तरह की संलिप्तता को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया.
पाकिस्तान में सियासी संकट चरम पर पहुंच गया है. पीएम इमरान खान (Imran Khan) की कुर्सी जाना लगभग तय माना जा रहा है. इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी तरह की संलिप्तता को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है. अमेरिका ने कहा है कि ये आरोप निराधार हैं. जियो न्यूज के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी तरह की संलिप्तता को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए कहा कि अमेरिका की संलिप्तता के आरोप निराधार हैं.
अमेरिका ने आरोपों को बताया निराधार
प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा था कि सरकार गिराने के लिए उनके खिलाफ एक विदेशी साजिश रची गई और विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव भी इस विदेशी साजिश का हिस्सा है. इस बीच पीटीआई नेता फैसल वावडा ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की साजिश रची जा रही है. जियो न्यूज की ओर से इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेश विभाग ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में किसी भी तरह की संलिप्तता को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में अमेरिका के शामिल होने और पीएम इमरान खान को 'धमकी पत्र' देने के आरोप निराधार हैं.
पाकिस्तान में सियासी संकट
विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिकी सरकार पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति की निगरानी कर रही है और पाकिस्तान में कानून के शासन का समर्थन करती है. प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के सवाल पर अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वे पाकिस्तान में संवैधानिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं. बता दें कि इमरान खान ने साल 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी. चर्चा है कि इमरान खान को सत्ता में लाने में सेना ने अहम भूमिका निभाई थी. विपक्ष ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है जिस पर गुरूवार को चर्चा भी होनी है. गठबंधन के सहयोगियों के साथ छोड़ने के बाद इमरान खान का पीएम की कुर्सी से बेदखल होना लगभग तय माना जा रहा है.
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