America China Tensions: चीन अपनी सेना को ज्यादा शक्तिशाली और आधुनिक बनाने के लिए अमेरिकी सैन्य तकनीक (American Military Technology) तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रहा है. यह बात अमेरिकी वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो (Gina Raimondo) ने कही है. गीना रायमोंडो ने शुक्रवार (10 मार्च) को कहा कि अमेरिका की आंखें इस सच को जानने के लिए पूरी तरह से खुली हुई हैं कि चीन कैसे अमेरिकी सैन्य प्रौद्योगिकी तक सीधे पहुंच बनाने की कोशिश कर रहा है.
अमेरिकी वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो ने अपने बयान में भारत का नाम लेते हुए आगे कहा कि भारत अमेरिका का विश्वसनीय टेक्नोलॉजी पार्टनर है. उन्होंने कहा, "चीन जो (तकनीक की चोरी) कोशिशें कर रहा है हमें खुद को और अपने सहयोगियों और भागीदारों को उससे बचाने की जरूरत है."
भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है अमेरिका
अमेरिका द्वारा चीन के साथ तकनीक को अलग करने की दिशा में जोर देने और वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में भारत की क्या भूमिका होगी और चीन से अलग होने के व्यापक अमेरिकी प्रयासों पर एक प्रश्न के जवाब में, गीना रायमोंडो ने कहा, "हम भारत को एक विश्वसनीय प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में देखते हैं और हम भारत के साथ अपने तकनीकी संबंधों को और गहरा करना चाहते हैं."
उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में भारत के साथ महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी के लिए आईसीईटी (इनीशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज) लॉन्च किया है और हम नई तकनीकों पर भारत के साथ मिलकर निजी क्षेत्र में काम करने की उम्मीद करते हैं."
'हम चीन से तकनीकी अलगाव नहीं चाहते'
इसके बाद, रायमोंडो बोलीं, "मैं यह भी स्पष्ट करना चाहती हूं कि अमेरिका चीन से अलग होने की मांग नहीं करता है और न ही हम चीन से तकनीकी अलगाव चाहते हैं. हम जो करना चाहते हैं वह यह सुनिश्चित करना है कि कुछ तकनीकें जहां अमेरिका दूसरों से आगे है, तो चीन की स्पष्ट रणनीति इन तकनीकों तक पहुंच बनाने और उन्हें चीनी सैन्य तंत्र में तैनात करने की है."
'चीन को कई प्रौद्योगिकियों का निर्यात रोका गया'
रायमोंडो ने कहा, "वे ऐसी प्रौद्योगिकियां हैं जिनकी हमने चीन को बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए 'एक्सपोर्ट कंट्रोल' रूल्स फॉलो किए. वैसे हम चीन के साथ खूब व्यापार करते हैं…लेकिन एक फैक्ट यह है कि चीन स्पष्ट रूप से अपनी सेना में उपयोग के लिए अमेरिकी प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्राप्त करने की कोशिश कर रहा है."