US State Department: अमेरिका ने पाकिस्तान, चीन समेत इन देशों को 'विशेष चिंता वाले देश' की लिस्ट में शामिल किया
US State Department: अमेरिका का मानना है कि पाकिस्तान, चीन, बर्मा, रूस और सऊदी अरब में धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर और व्यवस्थित रूप से उल्लंघन हो रहा है.
Countries Of Particular Concern: अमेरिका ने पाकिस्तान, चीन, बर्मा, रूस और सऊदी अरब सहित कई देशों को "विशेष चिंता वाले देश" के रूप में घोषित किया है. अमेरिका का मानना है कि इन देशों में धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर और व्यवस्थित रूप से उल्लंघन हो रहा है. इसीलिए अमेरिका ने इन्हें विशेष चिंता वाले देशों की सूची में डाल दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय का बयान
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, "पाकिस्तान, चीन, बर्मा, रूस, सऊदी अरब उन देशों में शामिल हैं, जिन्हें अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा "धार्मिक स्वतंत्रता के व्यवस्थित जारी गंभीर उल्लंघन" में शामिल होने या सहन करने के लिए "विशेष चिंता वाले देश" के रूप में नामित किया गया है." इनके अलावा इरिट्रिया, ईरान, द डीपीआरके, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को लिस्ट में है.
Pakistan, China, Burma, Russia, Saudi Arabia among countries designated as "countries of particular concern" by US State Department for having engaged in or tolerated “systematic, ongoing, and egregious violations of religious freedom”: US State Department
— ANI (@ANI) November 17, 2021
विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा, "अमेरिका सभी और हर देश में धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता की वकालत करने की अपनी प्रतिबद्धता से नहीं डगमगाएगा. दुनियाभर में बहुत सी जगहों पर हम सरकारों को केवल लोगों की मान्यताओं के अनुसार अपना जीवन जीने की कोशिश करने के लिए उन्हें परेशान करते, गिरफ्तार करते, धमकी देते, जेल भेजते और मारते हुए देखते हैं."
इतनी ही नहीं, अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि अल-शबाब, बोको हराम, हयात तहरीर अल-शाम, हौथिस, आईएसआईएस, आईएसआईएस-ग्रेटर सहारा, आईएसआईएस-पश्चिम अफ्रीका, जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमिन और तालिबान को विशेष चिंता के रूप में नामित किया गया है.
पाकिस्तान में सामने आती रहती हैं प्रताड़ना की घटनाएं
गौरतलब है कि पाकिस्तान से तो लगातार कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर अल्पसंख्यक लोगों को धर्म के आधार पर प्रताड़ित करने की खबरें सामने आती रहती हैं. वहीं, पाकिस्तान के कथित दोस्त चीन पर भी कुछ इस प्रकार के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि, चीन से ऐसी खबरें जल्दी से बाहर नहीं आती है.
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