Trump Administration Claim : व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने बुधवार (29 जनवरी) को कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में विदेशी सहायता कार्यक्रम के तहत गाजा में कंडोम के लिए 50 मिलियन डॉलर की मदद पर रोक लगा दी है.” अपनी पहली ऑफिशियल ब्रीफिंग के दौरान, लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के इस विदेशी सहायता रोकने के फैसले के पीछे करदाताओं के पैसे की बेफिजूल खर्च को रोकना है. लेकिन ट्रंप सरकार का यह दावा जल्द ही आलोचनाओं में घिर गया. एक्सपर्ट्स, पूर्व अधिकारियों और कई सहायता संगठनों ने ट्रंप प्रशासन के इस दावे की सच्चाई पर शक जताया है.
प्रेस सेक्रेटरी ने नहीं दिखाए कोई सबूत
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने गाजा में कंडोम के लिए 50 मिलियन डॉलर के खर्च के अपने दावे को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया. जब उनसे सबूतों की मांग की गई कि तो व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने जांच को राज्य के विभागों के बयानों की तरफ मोड़ दिया. हालांकि राज्य के विभागों और प्रेस सेक्रेटरी के दावे कहीं भी एक-दूसरे से मेल नहीं खाते. विभागों के बयानों में कुछ सहायता कार्यकर्मों को रोकने की बात का जिक्र किया गया है, लेकिन गाजा की मदद के लिए कंडोम पर 50 मिलियन डॉलर के खर्च का जिक्र कहीं मिला.
फेडरल रिपोर्ट ने दावे को लेकर किया खुलासा
वहीं, एक फेडरल रिपोर्ट ने खुलासा किया कि जो बाइडेन प्रशासन के अंतर्गत यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) की ओर से वित्तीय वर्ष 2021, 2022 और 2023 के दौरान मध्य पूर्व में कंडोम के लिए किसी प्रकार का फंड नहीं दिया गया था. हालांकि रिपोर्ट में बताया गया कि इस इलाके में केवल जॉर्डन में हीं कॉन्ट्रासेप्टिव फंड के तहत इंजेक्शन और कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का एक छोटा ऑर्डर भेजा गया था, जिसकी कीमत करीब 46 हजार डॉलर थी.
दावे को झूठ कहकर किया खारिज
जहां एक तरफ जो बाइडेन प्रशासन के एक पूर्व सीनियर अधिकारी ने इस दावे को झूठ कहकर खारिज कर दिया और व्हाइट हाउस पर गलत जानकारी फैलाने का भी आरोप लगाया. वहीं, दूसरी ओर व्हाइट हाउस के दावों के बावजूद, गाजा में USAID से जुड़े एक्सपर्ट्स को भी कंडोम पर 50 मिलियन डॉलर के खर्च का कोई सबूत नहीं मिला. जबकि अनेरा के स्टीव फेक ने कंफर्म किया है कि उनके प्रोग्राम में कंडोम का वितरण शामिल नहीं है.
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