Kash Patel Planning as New FBI Chief: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने वाले शासन में भारतीय-अमेरिकी काश पटेल एफबीआई के चीफ होंगे. बेनी जॉनसन पॉडकास्ट पर एफबीआई चीफ के उम्मीदवार काश पटेल ने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद वह सबसे पहले "डिडी लिस्ट" और विवादित एप्सटीन फाइल्स को सार्वजनिक करेंगे.


ट्रंप के भरोसेमंद और वफादार भारतीय अमेरिकी काश पटेल एफबीआई और खुफिया विभागों पर ट्रंप के संदेह से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि वह सरकारी एजेंसियों में जनता के विश्वास को फिर से बहाल करने के लिए दशकों के कथित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा, "हमारी एजेंसियों और विभागों में विश्वास तभी बहाल हो सकता है जब अमेरिकी जनता के सामने वास्तविक सच्चाई को लाया जाएगा."


डोनाल्ड ट्रंप से इसी कारण से लगता है डर


काश पटेल ने आगे कहा, "डोनाल्ड ट्रंप की यही वो चीज़ है जिससे अन्य सभी को डर लगता था कि वह वहां आकर शायद एप्सटीन लिस्ट और डिडी लिस्ट को सार्वजनिक कर देंगे. आप जानते हैं वह शायद आकर ये सारी चीज़ें करेंगे, और इसलिए वे डरते हैं." "डिडी लिस्ट" उन नामों की सूची है जो रैपर डिडी के कथित "फ्रीक-ऑफ" पार्टियों से जुड़ी हुई है, जहां यौन उत्पीड़न और गुमराह करने की घटनाएं हुई थीं.


डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दी है अपनी मंशा


काश पटेल को अमेरिका के प्रीमियर लॉ इनफोर्समेंट एजेंसी FBI का प्रमुख बनाने के लिए चयन करके नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस खुफिया एजेंसी में बदलाव करने की अपनी मंशा को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है. जिसकी वह लंबे समय से आलोचना करते रहे हैं. हालांकि, पटेल को अपने पद पर नियुक्ति की पुष्टि के लिए अमेरिकी सिनेट से मंजूरी प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है.


FBI का पूरी तरह से होना चाहिए पुनर्गठन


MAGA (Make America Great Again) के वफादार काश पटेल ने कहा है कि शताब्दी पुरानी एफबीआई को पूरी तरह से पुनर्गठन किया जाना चाहिए. इसके अलावा काश पटेल ने जे. एडगर हूबर बिल्डिंग में एफबीआई के वाशिंगटन मुख्यालय को बंद करके काम कर रहे कर्मचारियों को पूरे देशभर में फैलाने का प्रस्ताव दिया है.


सितंबर महीने में "शॉन केली शो" पर एक इंटरव्यू में काश पटेल ने कहा, "मैं पहले ही दिन एफबीआई हूवर बिल्डिंग को बंद कर दूं और अगले दिन उसे डीप स्टेट का म्यूजियम बनाकर खोल दूं. उसके बाद उस बिल्डिंग में काम करने वाले सभी 7,000 कर्मचारियों को पूरे अमेरिका में भेज दूं ताकि वे अपराधियों का पकड़ें और उनसे कहूं कि जाओ, पुलिस बनो! तुम पुलिस हो, तो पुलिस बनो.


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