Origins of Covid-19: चीन की लैब से कोरोना लीक होने की बात कह पलटा अमेरिका, कहा- अभी कोई ठोस सबूत नहीं मिले
Origins of Covid-19: अमेरिका ने दावा किया था कि कोरोना वायरस वुहान की एक लैब में निकला था. जिसपर चीन भड़क गया. मामला बिगड़ता देख अमेरिका अपनी बात से पलट गया है.
Covid-19: चीन ने अमेरिका की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें यह दावा किया गया था कि कोरोना वायरस वुहान की एक लैब में निकला था. इसके बाद अमेरिका भी अपनी बात से पलट गया है. विवादों से बचते हुए अब व्हाइट हाउस ने कहा है कि कोविड-19 वायरस के लीक होने को लेकर अभी कोई पक्का सबूत सामने नहीं आया है.
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि हमारे यहां कोरोना लीक होने को लेकर जांच कर रही है, हमारे इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट और सरकार अभी इस पर काम कर रही है. हम अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में कोरोना कहां से लीक हुआ है, अभी एक कह पाना मुश्किल होगा. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं वायरस के लीक होने को लेकर किसी भी रिपोर्ट का बचाव करना जरूरी नहीं समझता हूं.
हम सच्चाई दुनिया के सामने लाएंगे
जॉन किर्बी ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन सच को पूरी दुनिया के सामने लाना चाहते हैं. इसलिए हम जांच कर रहे हैं. ठोस सबूत मिलते ही हम दुनिया के सामने सच्चाई रखेंगे. हमारे नतीजों के बाद इसकी मदद से हमें भविष्य में ऐसी महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका ने दावा किया था कि कोरोना वायरस वुहान की एक लैब से गलती से लीक हो गया था. अमेरिका ने कहा था कि इस बात के शुरुआती सबूत भी मिले हैं. इससे पहले भी महामारी के शुरुआती वक्त में ही ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि यह वायरस वुहान की लैब से लीक हुआ है. इसे तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रमोट किया था.
कोरोना पर राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए: चीन
वुहान की एक लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की बात चीन को चीन पहले ही खारिज कर चुका है. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि कोरोना की उत्पत्ति की खोज साइंस से जुड़ा मामला है और इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए. कई अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट्स पहले ही कह चुके हैं कि वायरस के वुहान लैब से लीक होने की बहुत ही कम आशंका है.