अमेरिका में मंगलवार को एक दुर्लभ और ऐतिहासिक सोने के सिक्के की नीलामी की गई. दरअसल इस सिक्के की मूल रूप से कीमत 20 अमरीकी डॉलर यानी 1400 रुपए थी, लेकिन न्यूयॉर्क में ये सिक्का 18.9 मिलियन अमरीकी डॉलर यानी 138 करोड़ रुपए में बेचा गया है. 138 करोड़ रुपए में बिकने के बाद ये सिक्का एक नया रिकॉर्ड बना रहा है और 2002 में 7.6 मिलीयन अमरीकी डॉलर की अपनी पिछली कीमत और 100 लाख से 150 लाख तक की पहले की कीमत को पार करने में सफल रहा है.
इस अमेरिकी सिक्के ने दुनिया के सबसे महंगे सिक्के का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है, जिसे साल 2013 में 10 मिलियन अमरीकी डॉलर में बेचा गया था. हैरान करने वाली बात ये है कि साल 1933 का डबल ईगल अमेरिका में सोने का आखिरी सिक्का था. सिक्का पूरे अमेरिका में प्रचलन के इरादे से ढाला गया था, लेकिन फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने अमेरिका को सोने के मानक से हटा दिए जाने के बाद अमेरिकी सरकार ने सिक्के के सार्वजनिक इस्तेमाल के खिलाफ फैसला किया था. जिसके बाद सरकार के आदेश के चलते सभी सिक्के नष्ट कर दिए गए थे. वहीं इस सिक्को को दुर्लभ माना गया है क्योंकि इसे अमेरिकी सरकार ने कानूनी रूप से स्वीकृति दी हुई थी.
सोथबी ने की सिक्के की नीलामी
नीलामी घर सोथबी ने साल 1933 के दुर्लभ और ऐतिहासिक डबल ईगल सिक्के को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सिक्कों में से एक माना है. जहां इंस्टाग्राम पोस्ट में सोथबी ने लिखा है कि 'मिलिए द होली ग्रेल ऑफ कॉइन्स से, इससे पहले आज सुबह हमारे #न्यूयॉर्क सेलरूम में 1933 के काल्पनिक और मायावी डबल ईगल कॉइन ने दुनिया के सबसे मूल्यवान सिक्के के नीलामी रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिससे आश्चर्यजनक रूप से 138 करोड़ रुपए मिले हैं, जो एकमात्र उदाहरण है जिसे संयुक्त राज्य सरकार ने निजी स्वामित्व के लिए कानूनी रूप से स्वीकृत किया था'.
डबल ईगल ने रचा इतिहास
डबल ईगल सिक्के में एक तरफ लेडी लिबर्टी की छवि बनी है और दूसरी तरफ एक अमेरिकी ईगल बनी है. वहीं सोथबी के किताबों के वैश्विक प्रमुख रिचर्ड ऑस्टिन ने कहा कि 'सिक्के की बिक्री ने टिकट और सिक्का संग्रह के इतिहास में एक ऐतिहासिक पल को बना दिया है जिसे जल्दी कोई पार नहीं कर सकेगा.
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