America: अमेरिका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में हो रही सैनिकों की मौत से सहमा हुआ है. पिछले एक महीने में 12 अमेरिकी सैनिकों की मौत विमान हादसों में हो चुकी है. जिस वजह से अमेरिकी सेना ने बड़ा फैसला लिया है. सेना ने अपनी सभी एविएशन यूनिट्स को ग्राउंडेड कर दिया है.
अमेरिकी सेना ने अपने बयान में कहा है कि महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लेने वालों को छोड़कर, जब तक वे आवश्यक ट्रेनिंग पूरा नहीं कर लेते, सेना के सभी एविएटर्स को इस कदम से हटा दिया जाता है. गौरतलब है कि मार्च में ब्लैक हॉक और फिर गुरुवार को अपाचे हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद अमेरिकी सेना टेंशन में है. ख़ास बात यह है कि जिन सैनिकों ने अपनी जान इन हादसों में गंवाई है, वे ट्रेनिंग पर थे.
हेलीकॉप्टर यूनिट सस्पेंड
इन हादसों को देखने हुए रक्षा विभाग ने हेलीकॉप्टर यूनिट को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है. मालूम हो कि अमेरिका में जो एएच -64 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुआ है वही भारतीय सेना के पास भी है.
अमेरिकी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल टेरेंस केली ने बताया है कि यूनिट्स को ट्रेनिंग पूरी होने तक के लिए ग्राउंडेड किया जा रहा है. एक से पांच मई के बीच सक्रिय-ड्यूटी यूनिट्स की ट्रेनिंग होने वाली हैं. नेशनल गार्ड और रिजर्व यूनिट्स के पास अब 31 मई तक अपनी ट्रेनिंग पूरा करने का समय होगा.
हादसों की हो रही जांच
कर्नल टेरेंस केली के अनुसार महत्वपूर्ण मिशन में हिस्सा लेने वाले सैनिकों को छोड़कर जब तक बाकी सैनिक ट्रेनिंग पूरी नहीं कर लेते हैं तब तक सेना के सभी एविएटर्स को फ्लाइंग से रोका जा रहा है. इसके साथ ही सेना ने बताया है कि जो भी हादसे हुए हैं उनकी जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि अभी गुरुवार को अलास्का में हीली के पास सेना के दो हेलीकॉप्टर आपस में टकरा गए, जिसमें तीन सैनिकों की मौत हो गई थी जबकि चौथा घायल हो गया. इस हादसे के बाद शोक जताते हुए अमेरिकी सेना के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे तीन सर्वश्रेष्ठ जवानों की मौत दुखद है. उनकी भरपाई नहीं हो सकती.