वाशिंगटनः अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी कंमाडर कासिम सुलेमानी की हत्या के कुछ देर बाद ही व्हाइट हाउस में सनसनी फैल गई. अमेरिकी खुफिया सूत्रों की ओर से मिले संदेश के बाद व्हाइट हाउस वॉर रूम में बदल गया था. खूफिया जानकारी मिलते ही अमेरिका ईरानी हमले से निपटने की तैयारी में लग गया. साथ ही अमेरिका महायुद्ध की रणनीति बनाने में भी जुट गया.


अमेरिकी जासूसी एजेंसियों ने ईरान की ओर से होने वाले हमले को लेकर व्हाइट हाउस को यह संदेश भेजा था. आनन-फानन में व्‍हाइट हाउस की ओर से अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों के लिए संदेश जारी कर दिए गए. अमेरिकी सैन्य ठिकाने चौकस हो गए.


अमेरिका ने ली राहत की सांस


इसी वक्त एक अन्य खुफिया एजेंसियां की रिपोर्ट व्हाइट हाउस को मिली. रिपोर्ट मिलते ही व्हाइट हाउस ने राहत की सांस ली. इस खुफिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई थी कि ईरान ने अपने सेना को आदेश दिया कि अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना न बनाया जाए.


पहले खुफिया मैसेज से जो बातें सामने आई थी उसके मुताबिक ईरान मध्‍य पूर्व में मिसाइल और रॉकेटों के साथ हमले की योजना बना रहा है. आगे कहा गया था कि ईरान समर्थित सैकड़ों लड़ाके इराक के अल असद एयरबेस पर हमला करने की फिराम में लगे हुए हैं.


ईरान मिसाइल हमले को लेकर रहा संयमित


अगर ईरान अपने मिसाइलों से अमेर‍िकी सैन्‍य ठिकानों को निशाना बनाता तो अमेरिका को बड़ा नुकसान हो सकता था. लेकिन, ईरान के नेताओं ने मिसाइल हमले की योजना में संयम से काम लिया. ईरानी नेताओं के संयमित कदम से अमेरिका और ईरान महायुद्ध में जाने से पहले ही रुक गए.


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