US Classified Documents: अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने पिछले महीने 13 अप्रैल को 21 साल के जैक टेक्सेरा (Jack Teixeira) को गिरफ्तार किया था. जैक टेक्सेरा के ऊपर अमेरिकी क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को लीक करने का आरोप लगा था. इसके बाद अमेरिकी सरकार को लगातार बेइज्जती का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच सरकार को डर है कि अगर जैक टेक्सेरा को रिहा किया गया तो वो देश के लिए खतरा बन सकता है.
FBI ने जैक टेक्सेरा (Jack Teixeira) को गिरफ्तार करने के बाद जांच में पाया कि उसने क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को गेमिंग ग्रुप में शेयर किया था. वहीं इसे पहले उसने किसी छोटे से चैट ग्रुप में भी क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को शेयर कर रहा था. जो बाइडेन ने जैक टेक्सेरा को रिहा करने से मना कर दिया.
जैक टेक्सेरा पूर्व एयर फोर्स कर्मी
जैक टेक्सेरा अमेरिका के एयर फोर्स नेशनल गार्ड में काम करता था. उसने रूस और यूक्रेन युद्ध से जुड़ी जानकारियों को पोस्ट करना शुरू कर दिया था. जैक टेक्सेरा ने जिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म डिस्कोर्ड पर रूसी युद्ध से जुड़ी जानकारी शेयर कर रहा था. इस ग्रुप में लगभग 600 लोग जुड़े हुए थे. इसके अलावा उसने अमेरिका के कई सहयोगी देशों की भी गुप्त जानकारियां साझा की थी. इसमें कुछ जानकारियां ऐसी भी, जिसे अमेरिका को पूरी दुनिया में अपनी विश्वसनीयता खोने का डर लगने लगा.
अमेरिका के जासूसी पक्ष को भारी नुकसान
अमेरिकी क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट में मिली जानकारी के अनुसार रूस और यूक्रेन की लड़ाई के दौरान नाटो देश में शामिल देशों के 100 स्पेशल टीम पहले से ही यूक्रेन में मौजूद थी. ब्रिटेन की स्पेशल टीम ने साल 2021 में यूक्रेन की सेना को ट्रेनिंग दी. एक और सीक्रेट क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट से पता चला कि सर्बिया ने रूस पर कभी भी किसी भी तरह के बैन लगाने से मना कर दिया था. कई विशेज्ञषों का कहना है कि इस तरह की गलतियों से अमेरिका के जासूसी पक्ष को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.