Spy Balloon Row: 'मार गिराए गए फ्लाइंग ऑब्जेक्ट नहीं कर रहे थे जासूसी', अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- शी जिनपिंग से करेंगे बात
Unidentified Flying Object: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि वो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के साथ बात करेंगे. हम चीन के साथ एक नया कोल्ड वॉर नहीं चाहते.
US President Joe Biden on Flying Object: अमेरिका और कनाडा के आसमान में मार गिराए गए फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को लेकर बहस अबतक जारी है. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि इंटेलिजेंस कम्युनिटी के पास भी इस बात का कोई संकेत नहीं है कि पिछले दिनों मार गिराए गए फ्लाइंग ऑब्जेक्ट (Flying Object) से जासूसी की जा रही थी.
उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से भी बातचीत की उम्मीद जताई. जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है कि वे चीन (China) से भेजे गए स्पाई बैलून (Spy Balloon) थे या फिर वे किसी अन्य देश के निगरानी वाहन थे.
फ्लाइंग ऑब्जेक्ट का खुला राज!
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा, "इंटेलिजेंस कम्युनिटी का वर्तमान आकलन यह है कि ये 3 वस्तुएं गुब्बारे थे, जो मौसम का अध्ययन करने या अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान करने वाली निजी कंपनियों या संस्थानों से जुड़े थे. हमारे पास कोई सबूत नहीं है कि आकाश में फ्लाइंग ऑब्जेक्ट की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है. अब हम उन्हें केवल आंशिक रूप से अधिक देख रहे हैं."
'चीन के साथ कोल्ड वॉर नहीं चाहते'
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ये भी कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बात करने की उम्मीद करते हैं. हम चीन के साथ एक नया कोल्ड वॉर नहीं चाहते. हम चीन के साथ बातचीत जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका में देखे जाने वाले हर मौसम के गुब्बारे को मार गिराने नहीं जा रहे हैं, लेकिन भविष्य में जासूसी गुब्बारों पर पैनी नजर रखेंगे.
सुरक्षा के लिए फैसले लेते रहेंगे- बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, "कोई गलती न करें, अगर कोई फ्लाइंग ऑब्जेक्ट अमेरिकी लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती है, तो मैं इसे हटा दूंगा. देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हम आगे भी ऐसे फैसले लेते रहेंगे." बता दें कि अमेरिका ने अब तक चार फ्लाइंग ऑब्जेक्ट मार गिराए हैं. 4 फरवरी को अपने हवाई क्षेत्र में चाइनीज बैलून को मार गिराए जाने के बाद विवाद गहरा गया था. चीन ने सफाई देते हुए इसे सिविल बैलून बताया था.
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