US Grounded Chinook Helicopters: अमेरिकी सेना ने चिनूक हेलीकॉप्टर्स (Chinook Helicopters) के अपने पूरे बेड़े को ग्राउंड कर दिया है. अमेरिकी वायुसेना (American Air Force) ने चिनूक हेलीकॉप्टर के इंजन में आग लगने के खतरे को देखते हुए अपने पूरे बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का कदम सावधानी को देखते हुए उठाया गया है. हाल के दिनों में इंजन में आग लगने की कई घटनाएं सामने आईं हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना (US Army) ने 1960 के दशक से युद्ध में काम करने वाले चिनूक हेलीकॉप्टरों के अपने पूरे बेड़े को ग्राउंड कर दिया है.
चिनूक हेलीकॉप्टर्स के बेड़े को क्यों किया गया ग्राउंड?
अमेरिकी सेना मटेरियल कमांड ने इंजन में आग लगने की घटना को देखते हुए चिनूक हेलीकॉप्टरों को बेड़े से बाहर कर दिया. अमेरिकी सेना के अधिकारियों के मुताबिक हाल के दिनों में 70 से अधिक चिनूक हेलिकॉप्टर के इंजन में आग लगने की घटना सामने आई है. अधिकारियों ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि अमेरिकी सेना को हेलीकॉप्टरों में इंजन में आग की घटनाओं की संख्या के बारे में जानकारी थी. हालांकि घटनाओं में कोई चोट या मौत नहीं हुई थी.
अमेरिकी सेना के बेड़े में 400 हेलीकॉप्टर्स
अमेरिकी जर्नल ने कहा कि भारी-भरकम चिनूक हेलीकॉप्टरों की ग्राउंडिंग अमेरिकी सैनिकों के लिए लॉजिस्टिक चुनौतियों का सामना कर सकती है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि ऑर्डर कितने समय तक चलता है. अमेरिकी सेना के बेड़े में ऐसे करीब 400 हेलीकॉप्टर हैं. हेलीकॉप्टर के इंजन में आग लगने की घटनाओं के बीच भारत की भी चिंता बढ़ गई है.
भारत के पास कितने चिनूक हेलीकॉप्टर्स?
भारत के पास करीब 15 सीएच-47 चिनूक हेलीकॉप्टर (CH-47 Chinook Helicopters) हैं. पिछले कुछ वर्षों में ये लद्दाख (Ladakh ) और सियाचिन ग्लेशियरों जैसी जगहों में तैनात भारतीय सेना की सहायता के लिए एयरलिफ्ट ऑपरेशन के लिए प्रमुख सैन्य उपकरणों में शामिल है. भारत को फरवरी 2019 में चिनूक हेलीकॉप्टरों का पहला बैच मिला था. बोइंग ने 2020 में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) को 15 चिनूक हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी पूरी की थी.
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