अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शपथ लेते ही सीधे कार्यालय पहुंचे और एक्शन में दिखे. ऑफिस पहुंचते हीं उन्होंने एक के बाद एक ट्रंप के कई फैसलों को पलटने के साथ ही कुल 17 फैसले लिए. बाइडेन ने राष्ट्रपति के रूप में कई ऐसे फैसलों पर भी साइन किया जिसका वादा उन्होंने चुनावी अभियान के दौरान किया था. उन्होंने कई ऐसे फैसले भी लिए जिसकी मांग अमेरिका में काफी दिनों से चल रही थी. कोरोना महामारी को कंट्रोल करने और आम लोगों को बड़े स्तर पर आर्थिक मदद भी देने का ऐलान किया है.
बाइडेन ने कोरोना को कंट्रोल करने के लिए अपने फैसले में कहा कि 100 दिन तक मास्क लगाएं. इसके अलावा बाइडन ने दोबारा WHO में शामिल होने का फैसला किया. सत्ता संभालते ही बाइडेन पेरिस जलवायु समझौते में भी शामिल हो गए हैं.
जो बाइडेन के ये बड़े फैसले-
1. जो बाइडेन व्हाइट हाउस में जाते ही अपना पहला आदेश कोरोना वायरस से संबंधित दिया. अपने फैसले में उन्होंने कहा कि 100 दिनों तक मास्क जरूर लगाएं.
2. क्लाइमेट चेंज को लेकर भी अमेरिका ने वापसी की है. राष्ट्रपति बाइडेन ने फैसला किया है कि अमेरिका एक बार फिर से पेरिस जलवायु समझौते में शामिल होंगे. पिछले साल अमेरिका इस समझौते से बाहर हो गया था.
3. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दोबारा WHO में शामिल होने का फैसला किया है. कोरोना संकट के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप ने WHO से हटने का फैसल लिया था.
4. बाइडेन ने मेक्सिको से लगी सीमा पर आपातकाल की घोषणा को वापस ले लिया है इसके अलावा सीमा पर दीवार बनाने के फैसले और फंडिंग को भी रोका दिया है.
5. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप के जिन फैसलों को बदला है उसमें मुस्लिम देशों पर लगाए गए आव्रजन के बैन को हटाना भी शामिल है. बाइडेन ने पद संभालते ही विदेश मंत्रालय को ट्रंप की नीतियों से प्रभावित हुए देशों के लिए दोबारा वीजा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए.
6. बाइडेन ने पहले ही दिन अमेरिकी लोगों को कोरोना वायरस महामारी से जुड़ा राहत पैकेज भी दिया. इसके तहत छात्रों के लोन पेमेंट को स्थगित रखने का फैसला लिया गया है.
7. अमेरिकी सीनेट ने खुफिया एजेंसी सीआईए की रिटायर्ड अधिकारी एवरिल हेन्स को नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक के पद पर तैनात किया गया है. इसी के साथ एवरिल बाइडेन कैबिनेट में मंजूरी पाने वाली पहली मंत्री हैं.
8. रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड के लिए सभी देशों के लिए तय सीम को खत्म कर दिया है. बाइडेन के इस कदम से अमेरिका में हजारों भारतीय आईटी पेशेवरों को लाभ होगा.
9. वाइडेन नया इमिग्रेशन प्लान पेश करेंगे. इस योजना के तहत लाखों ऐसे प्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता दिए जाने का रास्ता साफ हो जाएगा जो बिना कागजात के अमेरिका में रह रहे हैं.
10. बाइडेन ने कीस्टोन एक्सएल पाइपलाइन के विस्तार पर भी रोक लगाने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं. कीस्टोन एक तेल पाइपलाइन है, जो कच्चे तेल को अल्बर्टा के कनाडाई प्रांत से अमेरिकी राज्यों इलिनोइस, ओक्लाहोमा और टेक्सास तक ले जाती है.
11. जो बाइडन ने अमेरिकी कांग्रेस से अनुरोध किया है कि वह 1.1 करोड़ अवैध प्रवासियों को स्थायी दर्जा और उन्हें नागरिकता का रास्ता तय करने के लिए कानून बनाए.
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंपने कोरोना संकट के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अपना नाता तोड़ लिया था. ट्रंप के इस फैसले पर दुनिया भर में किरकिरी हुई थी. वहीं बाइडेन ने चुनावी अभियान के दौरान वादा किया था कि वो शुरुआती फैसला WHO में वापस आने का ही करेंगे.
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