(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमेरिका में पहली बार 85 मिनट तक महिला के हाथ में रहा न्यूक्लियर बटन, पढ़ें- फुटबॉल, बिस्किट और कमला हैरिस की कहानी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर कई बार परमाणु हमले की धमकी दे चुके हैं. अब अमेरिका के न्यूक्लियर फुटबॉल की भी चर्चा होने लगी है. जानिए आखिर ये न्यूक्लियर फुटबॉल क्या है और कैसे काम करता है.
Nuclear Football And Biscuit: अमेरिका में 2021 में पहली बार 85 मिनट तक एक महिला के हाथ में 'न्यूक्लियर फुटबॉल' रहा था. हालांकि, न्यूक्लियर फुटबॉल अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ रहता है. न्यूक्लियर फुटबॉल एक काले रंग का सूटकेस होता है. इसमें न्यूक्लियर लॉन्च कोड्स लिखे होते हैं. इसी के साथ व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति का अपना सुरक्षित स्थिति कक्ष होता है, जहां से वह युद्ध का आदेश दे सकता है और सैन्य अधिकारियों के साथ संवाद कर सकता है.
19 नवंबर 2021 एक ऐतिहासिक घटना हुई, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन को कोलोनोस्कोपी प्रक्रिया के लिए एनेस्थीसिया दिया गया तो उनकी गैरमौजूदगी में कमला हैरिस कमांडर इन चीफ के रूप में सेवा करने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं. 85 मिनट के लिए 'न्यूक्लियर फुटबॉल' उनके पास रहा.
आखिर क्या है 'फुटबॉल' और 'बिस्किट'?
अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हमेशा एक काले रंग का सूटकेस होता है. इसमें जंग की योजनाएं, हमले की मंजूरी देने के कम्प्यूटर कोड्स और कम्यूनिकेशन डिवाइस होते हैं. इस सूटकेस का वजन करीब 20 किलो होता है और इसी को न्यूक्लियर फुटबॉल भी कहा जाता है. वहीं इसी में 'बिस्किट' एक कार्ड होता है, जिस पर न्यूक्लियर लॉन्च कोड्स लिखे होते हैं. इस कार्ड को अमेरिकी राष्ट्रपति हमेशा अपने पास रखते हैं. राष्ट्रपति के असमर्थ होने की स्थिति से निपटने के लिए ऐसा ही एक न्यूक्लियर फुटबॉल उप राष्ट्रपति के पास भी होता है. यह संयुक्त राज्य अमेरिका की सामरिक रक्षा प्रणाली में एक मोबाइल हब के रूप में कार्य करता है.
कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस ने कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति के पास अमेरिकी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को अधिकृत करने का एकमात्र अधिकार है." राष्ट्रपति को खुद को ("बिस्किट" कोड के साथ) पहचानना होगा और वह शीर्ष अधिकारियों के साथ विकल्पों पर चर्चा कर सकते हैं. इसी के साथ राष्ट्रपति के कहने पर सैन्य सलाहकारों को परमाणु उपयोग को अधिकृत करने वाले आदेशों को प्रसारित करने और लागू करने की आवश्यकता होती है.
यह आदेश सिलोस, पनडुब्बियों में या हवा में स्विच करने वाले सेवा सदस्यों के लिए रैंक के माध्यम से पारित होता है. 2021 में कांग्रेस को एक ज्ञापन में संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा कि वह भी "कमांड की श्रृंखला" में नहीं हैं. वे केवल "संचार की श्रृंखला" में हैं.
राष्ट्रपति के पास दबाने के लिए कोई बड़ा लाल बटन नहीं होता है. इसी के साथ उनके आदेश देने के बाद भी यह पूरी प्रक्रिया काफी लोगों के आगे से फिल्टर होकर गुजरती है. अमेरिकी सैन्य कर्मियों को अवैध आदेशों की अवहेलना करने की आवश्यकता होती है और जैसा कि 2017 में यूएस स्ट्रैटेजिक कमांड (स्ट्रैटकॉम) के कमांडर जॉन हाइटेन ने कहा था, "हम इन चीजों के बारे में बहुत सोचते हैं." अधिक चरम स्थिति में कैबिनेट सैद्धांतिक रूप से 25वें संशोधन को लागू करके राष्ट्रपति की शक्तियों को छीनने के लिए हस्तक्षेप कर सकती है. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ है. डोनाल्ड ट्रंप जब राष्ट्रपति थे तो इस विषय पर उच्च स्तरीय चर्चा हुई थी.
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