US President Joe Biden : अमेरिका के निर्वतमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के आखिरी दिनों में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. बाइडेन के इस फैसले ने करीब 1 मिलियन अप्रवासी नागरिकों को डिपोर्टेशन से बचाया है. दरअसल, बाइडेन प्रशासन ने वेनेजुएला, एल सल्वाडोर, यूक्रेन और सूडान से आए करीब 9,00,000 से अधिक प्रवासियों के लिए अस्थायी सुरक्षा स्थिति (TPS) प्रोग्राम का विस्तार किया है. बाइडेन का यह कदम अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इमिग्रेशन पर नकेल कसने की योजना में देरी करा सकता है. बाइडेन के इस कदम से करीब एक मिलियन अप्रवासियों को अमेरिका में 18 महीने के लिए डिपोर्टेशन से राहत और काम करने का परमिट मिल रहा है.
बाइडेन का यह कदम उन अप्रवासियों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए एक रणनीतिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जो टीपीएस के तहत अमेरिका में रहकर काम कर रहे हैं. टीपीएस के विस्तार करके बाइडेन प्रशासन ने प्रभावी रूप से ट्रंप प्रशासन के इस प्रोग्राम को खत्म करने या बदलने को कोशिश में अस्थायी अवरोध खड़ा कर दिया है.
अमेरिका में टीपीएस बन चुका है एक विवादास्पद मुद्दा
अमेरिका में टीपीएस एक विवादास्पद मुद्दा बन चुका है. जिसे लेकर रिपब्लिकन्स का कहना है कि इस टीपीएस प्रोग्राम का लाभ काफी ज्यादा संख्या में विदेशी नागरिकों को दिया गया है और यह अप्रवासियों को गैर-कानूनी तरीके से अमेरिका आने के लिए आकर्षित भी करता है. हालांकि, राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में टीपीएस प्रोग्राम का काफी तेजी से विस्तार हुआ है और अब अमेरिका में 17 देशों के करीब 1 मिलियन लोग टीपीएस के तहत रह रहे हैं.
वेनेजुएला के लोगों के लिए टीपीएस का विस्तार महत्वपूर्ण
वेनेजुएला में चल रहे मानवीय संकट को देखते हुए विशेष रूप से वेनेजुएला के लोगों के लिए अमेरिका के टीपीएस प्रोग्राम का विस्तार महत्वपूर्ण है. अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादूरो की अमानवीय सरकार का हवाला देते हुए इस टीपीएस के विस्तार को जस्टिफाई किया है. बता दें कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शुक्रवार (10 जनवरी) को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली है.
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