US Yemen Attack : संयुक्त राज्य अमेरिका और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच लालसागर में जंग शुरू हो चुकी है. अमेरिका ने शनिवार (15 मार्च) को हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. BBC के अनुसार, हूती विद्रोहियों के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस हवाई हमले में 5 बच्चों समेत अब तक कुल 53 लोगों की जान जा चुकी है.
अमेरिका के हमले के एक दिन के बाद हूतियों ने दावा किया कि उन्होंने इस हमले का बदला अमेरिका से ले लिया है. यमन के हूती विद्रोहियों ने यह दावा किया कि उसने लालसागर में तैनात अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत USS हैरी एस. ट्रूमैन और उसके साथ तैनात अन्य युद्धपोतों पर हमला किया है.
हूती विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी नौसेना पर हमला करने के लिए 18 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. हालांकि, अभी तक इस संबंध में अमेरिकी सेंट्रल कमांड की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. ऐसे में इस बात पर संशय है कि क्या हूतियों ने मिसाइल अमेरिकी जहाजों को लगी या नहीं. लेकिन सेंट्रल कमांड ने एक वीडियो शेयर कर यह जरूर कहा कि हूतियों पर हमले जारी है.
ट्रंप के आदेश के बाद हूतियों पर किए गए 47 से ज्यादा हवाई हमले
हूती प्रवक्ता विग्रेडियर जनरल याह्या सरी ने कहा, “यह हमला यमन में उनके इलाकों पर अमेरिकी हवाई हमलों का जवाब था. राजधानी सना और सऊदी अरब की सीमा से लगे सादा प्रांत पर अमेरिका ने बम बरसाए. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश के बाद 47 से ज्यादा हवाई हमले किए गए थे.”
सरी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा, “हमारे देश पर हमले के जवाब में लाल सागर और अरब सागर में सभी अमेरिकी युद्धपोतों को निशाना बनाने में कोई संकोच नहीं किया जाएगा.”
हूतियों पर हमले के पीछे क्या है कारण?
अमेरिका की ओर से ये हमले लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हूती विद्रोहियों के हमले के खिलाफ किया था. दरअसल, हूती विद्रोही बार-बार लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हमला किया. वहीं, एक हमले में उन्होंने 2 जहाजों को डूबा भी दिया है. इसी कारण से अमेरिका ने रविवार (16 मार्च) को हूती विद्रोहियों पर हमले की घोषणा कर दी.
अमेरिका कब तक हूतियों पर करेगा हमला?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार (16 मार्च) को कहा, “हम इन लोगों को यह तय करने का हक नहीं दे सकते है कि लाल सागर से कौन से जहाज गुजर सकते हैं और कौन से नहीं. हूतियों के खिलाफ यह हमले तब तक चलेंगे जब तक उनकी जहाजों पर हमले करने की क्षमता खत्म नहीं हो जाती.”
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